नई दिल्ली: प्रशांत महासागर में उभरा तूफान ‘किको’ (Hurricane Kiko) फिर से भयंकर रूप ले चुका है. मौसम विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए बताया कि यह कैटेगरी-4 का खतरनाक तूफान बन गया है, जिसकी रफ्तार 215 किमी प्रति घंटा (130 मील प्रति घंटा) तक पहुंच गई है. यह हवाई द्वीपसमूह की ओर बढ़ रहा है और अगले कुछ दिनों में वहां तबाही मचा सकता है. दूसरी ओर, पोस्ट-ट्रॉपिकल साइक्लोन ‘लोरेना’ ने मेक्सिको के बाजा कैलिफोर्निया प्रायद्वीप को भारी बारिश से सराबोर कर दिया है.
पूरे हवाई पर मंडरा रहा खतरा
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, तूफान ‘किको’ फिलहाल हिलो, हवाई से 1,925 किमी (1,195 मील) पूर्व-दक्षिणपूर्व में है और 17 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से पश्चिम-उत्तरपश्चिम दिशा में बढ़ रहा है. तूफान ने शुक्रवार देर रात को विकराल रूप धर लिया था. रविवार से हवाई के कुछ हिस्सों में ऊंची समुद्री लहरें और खतरनाक रिप करंट्स का खतरा बढ़ सकता है. हालांकि, अभी कोई सीधी चेतावनी जारी नहीं हुई है, लेकिन हवाईवासियों को सावधान रहने की हिदायत दी गई है. लोगों से अपील की गई है कि वे मौसम अपडेट्स पर नजर रखें और तैयार रहें.
उधर पोस्ट-ट्रॉपिकल साइक्लोन ‘लोरेना’ अब कमजोर होकर 56 किमी प्रति घंटा (35 मील प्रति घंटा) की रफ्तार के साथ काबो सैन लाजारो से 170 मील पश्चिम में ठहरा हुआ है. यह रविवार तक पूरी तरह खत्म हो सकता है, लेकिन तब तक बाजा कैलिफोर्निया सुर, सोनोरा और सिनालोआ में 30 सेंटीमीटर तक बारिश ला सकता है. इससे भूस्खलन और अचानक बाढ़ का जोखिम बढ़ गया है. लोरेना की वजह से लॉस काबोस में सड़कें और गलियां पानी से भर गईं, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ.
लोरेना का प्रभाव मेक्सिको से आगे बढ़कर अमेरिका के एरिज़ोना और न्यू मैक्सिको तक पहुंचा है, जहां 10 सेंटीमीटर तक बारिश दर्ज की गई है. शनिवार तक इन इलाकों में स्थानीय बाढ़ की आशंका बनी हुई है. मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि लोरेना से नमी का प्रवाह दक्षिण-पश्चिमी अमेरिका में मॉनसून को और बढ़ा सकता है. मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि ‘किको’ रविवार से धीरे-धीरे कमजोर होने लगेगा, लेकिन हवाई पहुंचते-पहुंचते यह तूफान ट्रॉपिकल स्टॉर्म के रूप में तब भी खतरनाक हो सकता है. ऊंची लहरें, तेज हवाएं और भारी बारिश हवाई के लिए चुनौती बन सकती हैं.