नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को नागपुर में स्मृति मंदिर की विजिटर बुक में एक नोट छोड़ा, जिसमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार और दूसरे सरसंघचालक (प्रमुख) एमएस गोलवलकर की स्मृतियां हैं. उन्होंने कहा कि संघ का स्मारक "राष्ट्र की सेवा में आगे बढ़ने" के लिए "प्रेरणा" के रूप में कार्य करता है.
उन्होंने कहा, "मैं पूज्य डॉ. हेडगेवार जी और आदरणीय गुरु जी को उनकी विरासत को याद करते हुए गहरी श्रद्धा के साथ नमन करता हूं. स्मृतियों के इस मंदिर में आकर मैं प्रेरणा से भर जाता हूं. इस पवित्र स्थान में भारतीय संस्कृति, राष्ट्रवाद और संगठनात्मक समर्पण के मूल्य सन्निहित हैं, जो हमें राष्ट्र की सेवा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं." हिंदी में लिखे गए और PM मोदी द्वारा हस्ताक्षरित नोट में आगे लिखा है, "संघ के इन दो मजबूत स्तंभों का यह स्थान देश की सेवा में समर्पित लाखों स्वयंसेवकों के लिए ऊर्जा का स्रोत है. हमारे प्रयासों से भारत माता की महिमा हमेशा चमकती रहे!"
प्रधानमंत्री ने RSS संस्थापक को पुष्पांजलि अर्पित की. उन्होंने हिंदू संगठन के प्रमुख मोहन भागवत से भी मुलाकात की. PM बनने के बाद यह स्मारक का उनका पहला दौरा था. गौरतलब है कि पूर्व PM अटल बिहारी वाजपेयी ने भी 27 अगस्त, 2000 को अपने कार्यकाल के दौरान स्मारक का दौरा किया था. PM मोदी की यह यात्रा हिंदू नववर्ष की शुरुआत गुड़ी पड़वा मनाने वाले संघ के 'प्रतिपदा' कार्यक्रम के साथ मेल खाती है.