नई दिल्ली: उत्तर-पूर्वी दिल्ली के नेहरू विहार इलाके में 7 जून 2025 को एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई. एक 9 साल की बच्ची का शव एक सूटकेस में बंद मिला. पुलिस को शुरुआती मेडिकल जांच के आधार पर यौन उत्पीड़न की आशंका है. यह घटना उस समय हुई, जब बच्ची शनिवार शाम को अपने रिश्तेदार के घर जाने के लिए निकली थी, लेकिन दो घंटे बाद भी वापस नहीं लौटी. बच्ची के पिता ने उसकी तलाश शुरू की और एक सूचना के आधार पर उसे एक फ्लैट की ओर जाते देखा गया. जब पिता उस फ्लैट तक पहुंचे, तो उन्होंने दूसरी मंजिल पर एक बंद फ्लैट में अपनी बेटी को सूटकेस में मृत अवस्था में पाया.
पुलिस को शनिवार रात 8:41 बजे दयालपुर पुलिस स्टेशन में एक PCR कॉल मिली. कॉल के बाद पुलिस की एक टीम नेहरू विहार की गली नंबर 2 में पहुंची. उस समय तक बच्ची के पिता उसे जग प्रवेश चंद्र अस्पताल ले जा चुके थे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, "डॉक्टरों ने बच्ची के चेहरे पर चोट के निशान देखे और यौन उत्पीड़न की संभावना जताई." पिता ने बताया कि उन्हें किसी ने सूचना दी थी कि उनकी बेटी को उनके घर से लगभग 200 मीटर दूर एक फ्लैट की ओर जाते देखा गया था. जब वे वहां पहुंचे, तो फ्लैट बाहर से ताला बंद था. पिता ने ताला तोड़ा और अंदर प्रवेश किया, जहां उन्होंने अपनी बेटी को सूटकेस में नग्न अवस्था में बिना हलचल के पाया.
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पुलिस ने इस मामले में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की संबंधित धाराओं और प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रन फ्रॉम सेक्शुअल ऑफेंसेज (POCSO) एक्ट की धारा 6 के तहत मामला दर्ज किया है. कई टीमें सबूत जुटाने और आरोपी को पकड़ने के लिए काम कर रही हैं. पुलिस आसपास के CCTV फुटेज की जांच कर रही है और प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ कर रही है. पुलिस ने फ्लैट के मालिक और संदिग्ध लोगों की पहचान शुरू कर दी है. शुरुआती जांच में यह भी पता चला है कि बच्ची को उस फ्लैट में ले जाया गया था, जहां यह जघन्य अपराध हुआ.
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स्थानीय निवासियों में इस घटना को लेकर गुस्सा और डर दोनों है. लोग मांग कर रहे हैं कि दोषी को जल्द से जल्द पकड़ा जाए और उसे कड़ी सजा दी जाए. बच्ची के पिता का दुख इस घटना की भयावहता को और उजागर करता है. अपनी बेटी को खोने का दर्द और उसे इस तरह की स्थिति में पाने का आघात किसी भी माता-पिता के लिए असहनीय है. परिवार और स्थानीय समुदाय इस त्रासदी से उबरने की कोशिश कर रहे हैं. इस घटना ने न केवल नेहरू विहार के निवासियों को, बल्कि पूरे दिल्ली में लोगों को बच्चों की सुरक्षा के प्रति और सतर्क कर दिया है.