पीओके यानि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर से 95 किलोमीटर की दूरी पर जब पीएम मोदी भाषण दे रहे थे, कश्मीर के विकास की गाथा सुना रहे थे, वहां के युवाओं से बातचीत कर रहे थे, तब पीओके की जनता पाकिस्तान को चिढ़ाने का काम कर रही थी। जो लोग पाकिस्तानी आर्मी और वहां की सरकार से नाउम्मीद हो चुके हैं, उन सभी के मोबाइल फोन में मोदी का भाषण चल रहा था, ऐसी ख़बरें हैं कि मोदी के 27 मिनट का भाषण पीओके के हजारों लोगों ने एक साथ बैठकर सुना है, और वो इस इंतजार में हैं कि कब हमें भारत में मिलने का मौका मिलेगा, और मजेदार बात ये रही कि मोदी ने श्रीनगर की धरती से ये ऐलान भी कर दिया कि हम पीओके को भारत में कैसे मिलाएंगे, पर वो प्लान आपको पीएम मोदी की जुबानी सुनाएं उससे पहले ये तस्वीर देख लीजिए।
श्रीनगर के बख्शी स्टेडियम में मोदी के साथ खड़ा ये लड़का न तो कोई नेता है, न अभिनेता बावजूद उसके मोदी ने उसके साथ सेल्फी ली, क्योंकि उसने कश्मीर के युवाओं में वो जोश भरने का काम किया है, जो कम लोग कर पाते हैं, 10वीं की पढ़ाई के वक्त से ही मधुमक्खी पालन का काम करने वाले नाजिम ने सरकारी योजनाओं का लाभ लेकर सैकड़ों युवाओं को रोजगार दिया है, ये बात जैसे ही मोदी ने सुनी खुद कहा, मैं एसपीजी को कहूंगा कि आपको मेरे पास आने दे।
ये बात सुनते ही पूरा स्टेडियम तालियों से गूंज उठा, उससे पहले पीएम मोदी ने शंकराचार्य की पहाड़ियों की तस्वीरें भी साझा की थी।तब खाली मैदान देखकर विरोधियों ने कहा था लगता है रैली में कम ही लोग आने वाले हैं, रैली से ठीक पहले लोगों को विदेशों से फोन भी आए थे कि मोदी की रैली में मत जाना, पर कश्मीर की आवाम ने उसके बाद जो किया, उसे सुनकर आप भी उन्हें सलाम करेंगे। कश्मीरी जनता ने माथे पर आई लव इंडिया की टोपी और हाथों में तिरंगा लेकर मोदी की सभास्थल की ओर ऐसे कूच किया, जैसे लगा कि पूरा कश्मीर मोदी का दीवाना हो गया हो। जिसे देखते ही मंच से मोदी ने ऐलान किया मैं आपका दिल जीतने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा हूं। जम्मू-कश्मीर हमारे देश का ताज है।
उन्होंने साफ कर दिया है कि हम कश्मीर की जनता के दिल में ऐसी जगह बना लेंगे कि पीओके की जनता भी खुद चलकर हिंदुस्तान में आएगी, कई मीडिया रिपोर्ट में दावा तो ये तक किया जा रहा है कि पीओके का फाइनल प्लान लगभग तैयार हो चुका है, और मोदी सरकार अगले टर्म में ये वाला वादा भी पूरा ही करने वाली है, हालांकि उन लोगों को इस बात पर बिल्कुल भी यकीन नहीं होगा, जो जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने को असंभव मानते थे। पाकिस्तान भी इस बात को अच्छी तरह समझता है कि हमारा कब्जा ज्यादा दिनों तक नहीं चलने वाला, इसलिए जब-जब वो किसी बड़े नेता का कश्मीर दौरा सुनता है, मीटिंग बुला लेता है, लाहौर से इस्लामाबाद तक नापाक प्लानिंग बनने लगती है, पर नापाक इरादे ज्यादा दिनों तक नहीं चलते। हिंदुस्तान की जनता को भी अब इंतजार उस दिन का है, जिस दिन पीओके में तिरंगा फहराएगा, अब वो शुभ तारीख कौन सी होनी चाहिए, ये आप अपने हिसाब से बता सकते हैं।