टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज़ 22 नवंबर से पर्थ में शुरू होने जा रही है. इस सीरीज़ में भारत की टीम में कुछ अहम बदलाव हो सकते हैं, जिनमें से एक नितीश कुमार रेड्डी का टेस्ट डेब्यू हो सकता है. नितीश एक ऑलराउंडर खिलाड़ी हैं, जो गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों में ही बेहतरीन प्रदर्शन कर चुके हैं. अगर उन्हें प्लेइंग इलेवन में मौका मिलता है, तो यह उनके लिए एक बड़ा अवसर होगा.
नितीश कुमार रेड्डी का घरेलू क्रिकेट रिकॉर्ड:
नितीश ने अब तक घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया है. उन्होंने 23 फर्स्ट क्लास मैचों में भाग लिया है और 779 रन बनाए हैं, जिसमें दो अर्धशतक और एक शतक भी शामिल है. इसके अलावा, उन्होंने 56 विकेट भी लिए हैं, जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 8 विकेट लेकर 119 रन देना रहा है. नितीश ने 22 लिस्ट ए मैचों में 403 रन बनाए हैं और 14 विकेट भी हासिल किए हैं. इन आंकड़ों को देखकर यह कहा जा सकता है कि नितीश घरेलू क्रिकेट में अच्छे फॉर्म में हैं और अब टेस्ट क्रिकेट में उनका पदार्पण संभव है.
नितीश का मौका:
अगर नितीश को प्लेइंग इलेवन में मौका मिलता है, तो वह हार्दिक पंड्या की जगह ले सकते हैं. हार्दिक पंड्या को अक्सर भारत के ऑलराउंडर के रूप में इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन अगर नितीश को मौका मिलता है, तो वह पंड्या की जगह टीम में आ सकते हैं. नितीश की ऑलराउंड खेल क्षमता भारत के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है, खासकर जब टीम को एक और ऑलराउंडर की आवश्यकता हो.
बुमराह का कप्तानी में बदलाव:
इस टेस्ट सीरीज़ में एक और महत्वपूर्ण बदलाव हो सकता है. रोहित शर्मा को पर्थ टेस्ट के लिए टीम में नहीं भेजा गया है, क्योंकि उनकी पत्नी रितिका ने हाल ही में बेटे को जन्म दिया है. ऐसे में अगर रोहित पर्थ टेस्ट में नहीं खेलते हैं, तो जसप्रीत बुमराह को कप्तान के तौर पर मौका मिल सकता है. बुमराह को टीम का उपकप्तान बनाया गया है, और ऐसे में वह टीम की कमान संभाल सकते हैं.
शुभमन गिल का चोटिल होना:
शुभमन गिल भी चोटिल हो गए हैं, और वह पर्थ टेस्ट से बाहर हो सकते हैं. अगर गिल नहीं खेलते हैं, तो देवदत्त पडिक्कल को मौका मिल सकता है. पडिक्कल ने घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन किया है, और उनके पास टेस्ट क्रिकेट में अपना स्थान बनाने का अवसर होगा.