भारत में क्रिकेट को हमेशा से ही सबसे बड़े खेल के रूप में देखा गया है. भारतीय क्रिकेट फैंस का इस खेल के प्रति अलग ही जुनून है, और क्रिकेट की संख्याएँ और रिकॉर्ड हमेशा से ही उनकी चर्चा का विषय रहे हैं. भारत ने 1932 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना पहला टेस्ट मैच खेला था, जबकि देश ने 1947 में स्वतंत्रता प्राप्त की. ऐसे में भारतीय क्रिकेट के इतिहास के कुछ प्रमुख पल हमेशा फैंस के दिलों में गहरे समाए रहते हैं. इन महत्वपूर्ण घटनाओं में से एक है टेस्ट क्रिकेट में पहले भारतीय बल्लेबाज द्वारा डबल सेंचुरी का बनाना, और यह रिकॉर्ड 20 नवंबर को ही बना था.
पहला डबल सेंचुरी: पॉली उमरीगर का नाम
आप सोच रहे होंगे कि भारत के पहले डबल सेंचुरी बनाने वाले क्रिकेट खिलाड़ी कौन थे? यह चौंकाने वाली बात हो सकती है, लेकिन यह खिलाड़ी न तो सुनील गावस्कर थे और न ही सचिन तेंदुलकर. यह सम्मान पहले भारतीय क्रिकेटर पॉली उमरीगर को प्राप्त हुआ था. पॉली उमरीगर ने 20 नवंबर 1955 को न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में डबल सेंचुरी बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम किया. यह एक ऐतिहासिक उपलब्धि थी, क्योंकि पॉली उमरीगर ही पहले भारतीय थे जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 200 रन पूरे किए थे.
भारत के टेस्ट क्रिकेट में 23 वर्षों बाद डबल सेंचुरी
भारत ने 25 जून 1932 को लॉर्ड्स पर इंग्लैंड के खिलाफ पहला टेस्ट मैच खेलकर टेस्ट क्रिकेट में कदम रखा था. हालांकि, टेस्ट क्रिकेट में डबल सेंचुरी बनाने के लिए भारत को 23 साल का लंबा इंतजार करना पड़ा. पॉली उमरीगर ने यह मील का पत्थर 1955 में न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट मैच में किया, और इसके साथ ही वह भारत के पहले डबल सेंचुरी बनाने वाले खिलाड़ी बन गए.
पॉली उमरीगर का योगदान
पॉली उमरीगर ने न केवल इस रिकॉर्ड के साथ इतिहास रचा, बल्कि भारतीय क्रिकेट में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उनके कई रिकॉर्ड भारतीय क्रिकेट के लिए मील के पत्थर साबित हुए. उनके इस उपलब्धि से पहले भारत में क्रिकेट की दुनिया में अन्य बड़े नामों की चर्चा रही थी, लेकिन पॉली उमरीगर के इस डबल सेंचुरी ने उन्हें भारतीय क्रिकेट का एक अभिन्न हिस्सा बना दिया.