नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में एक विचित्र घटना देखने को मिली. धुलियांगंगा और निमतिता स्टेशनों के बीच 5000 से अधिक लोगों ने पटरी पर बैठकर रेल यातायात को बाधित किया. एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति जानकारी मिली है कि लगभग 5000 लोग धुलियांगंगा और निमतिता स्टेशनों के बीच रेलवे ट्रैक पर एकत्र हुए और बैठ गए, जिससे इस खंड में रेल यातायात प्रभावित हुआ.
53434 डाउन बरहरवा अजीमगंज पैसेंजर को भी रास्ता न मिलने के कारण बल्लालपुर में रोक दिया गया. यह घटना दोपहर 2.46 बजे हुई, जब डीएन कामाख्या-पुरी एक्सप्रेस की सेवाएं "गैर-रेलवे कारणों" से प्रभावित हुईं. विज्ञप्ति में कहा गया है, "आज (11.4.2025) पूर्वी रेलवे के अजीमगंज-न्यू फरक्का खंड में ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुईं, क्योंकि लोगों के एक समूह ने रेलवे ट्रैक पर बैठना शुरू कर दिया, जिससे गैर-रेलवे कारणों से धूलियानगंगा स्टेशन के पास 15644 डाउन कामाख्या-पुरी एक्सप्रेस की आवाजाही बाधित हो गई."
"आरपीएफ, जीआरपी और स्थानीय पुलिस गैर-रेलवे कारणों से ट्रेन की आवाजाही में बाधा डालने वाले आंदोलनकारियों से बातचीत के लिए मौके पर पहुंचे. पूर्वी रेलवे ने ट्रेन की आवाजाही में इस तरह की बाधा के लिए गहरी चिंता व्यक्त की, जो न केवल समय की पाबंदी को प्रभावित करती है, बल्कि ट्रेन में सवार कई यात्रियों के लिए भी परेशानी पैदा करती है." पूर्वी रेलवे के सीपीआरओ दीप्तिमय दत्ता ने कहा कि आंदोलनकारियों ने गेट नंबर 43 को क्षतिग्रस्त कर दिया और कहा कि घटना के मद्देनजर दो ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है और पांच ट्रेनों का मार्ग बदल दिया गया है.
उन्होंने कहा, "उन्होंने गेट संख्या 43 को भी क्षतिग्रस्त कर दिया. रेलवे ट्रैक अभी तक सुरक्षित है... दो रेलगाड़ियां रद्द कर दी गईं और दो को बीच में ही रोक दिया गया। करीब पांच रेलगाड़ियों का मार्ग परिवर्तित किया गया है... पूर्वी रेलवे रेलवे ट्रैक को बाधित करने को लेकर चिंतित है..."