ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच चल रही पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में दूसरा टेस्ट मैच विवादों में आ गया. एडिलेड में खेले गए इस पिंक बॉल टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने दस विकेट से जीत दर्ज कर सीरीज 1-1 से बराबर कर ली. हालांकि, मैच के दौरान भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज और ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ट्रैविस हेड के बीच हुई कहासुनी ने सभी का ध्यान खींचा.
यह घटना ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी के 82वें ओवर में हुई, जब ट्रैविस हेड ने सिराज की गेंद पर डीप स्क्वेयर लेग पर छक्का जड़ा. अगले ही गेंद पर सिराज ने हेड को बोल्ड कर दिया और उन्हें पवेलियन लौटने का इशारा किया. इस दौरान दोनों खिलाड़ियों के बीच बातचीत भी हुई, लेकिन स्टंप माइक पर कुछ रिकॉर्ड नहीं हुआ.
इस विवाद के बाद आईसीसी ने दोनों खिलाड़ियों पर कार्रवाई की. मोहम्मद सिराज पर उनकी मैच फीस का 20% जुर्माना लगाया गया, जबकि ट्रैविस हेड को चेतावनी दी गई. इसके अलावा, दोनों खिलाड़ियों को एक-एक डिमेरिट प्वाइंट भी दिए गए.
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने इस घटना को ज्यादा गंभीर न मानते हुए इसे "अनौपचारिक" विवाद बताया. आईसीसी रिव्यू में पोंटिंग ने कहा, "मुझे नहीं लगता कि इसमें कोई दुर्भावना थी. यह केवल खेल का हिस्सा था." पोंटिंग ने यह भी कहा कि तेज गेंदबाजों से इस तरह की प्रतिक्रिया स्वाभाविक है, खासकर जब वे दबाव में होते हैं.
हालांकि, ट्रैविस हेड ने दावा किया कि उन्होंने सिराज को आउट होने के बाद "अच्छी गेंदबाजी" की तारीफ की थी, लेकिन सिराज ने इसे झूठ बताया. तीसरे दिन के खेल से पहले सिराज ने कहा, "वह झूठ बोल रहे हैं. उन्होंने मेरे साथ दुर्व्यवहार किया था."
पोंटिंग ने कहा कि इस घटना का सीरीज पर कोई खास असर नहीं होगा. उन्होंने उम्मीद जताई कि भारतीय कप्तान रोहित शर्मा अपने तेज गेंदबाजों से इसी तरह की जुनूनी प्रदर्शन की उम्मीद करेंगे. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि अंपायर और रेफरी इस तरह के इशारों को पसंद नहीं करते और कड़ी कार्रवाई करते हैं.
यह घटना क्रिकेट में भावनाओं और प्रतिस्पर्धा का प्रतीक है, लेकिन खेल भावना बनाए रखना सभी खिलाड़ियों की जिम्मेदारी है.