सिडनी टेस्ट से पहले भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा को लेकर सोशल मीडिया पर जमकर अफवाहें फैलीं. कहा गया कि रोहित शर्मा को टेस्ट टीम से बाहर कर दिया गया है और वह जल्द ही क्रिकेट से संन्यास लेने वाले हैं. कुछ रिपोर्ट्स में यह भी दावा किया गया कि रोहित और टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर के बीच मतभेद हो गए हैं.
हालांकि, दूसरे दिन के लंच ब्रेक पर रोहित शर्मा ने इन अफवाहों को पूरी तरह खारिज करते हुए सच्चाई सबके सामने रखी. उन्होंने कहा, "यह संन्यास का फैसला नहीं है, और न ही मैं क्रिकेट से दूर जा रहा हूं. मुझे केवल खराब फॉर्म के कारण इस टेस्ट (सिडनी) से बाहर किया गया है."
रोहित का बयान
रोहित शर्मा ने अफवाह फैलाने वालों पर तंज कसते हुए कहा, "कोई भी लैपटॉप, पेन, या माइक्रोफोन के जरिए मेरे करियर को तय नहीं कर सकता. मैंने क्रिकेट को लंबे समय तक खेला है और मेरा अनुभव ही मेरी ताकत है."
रोहित ने यह भी बताया कि क्रिकेट में उतार-चढ़ाव आना सामान्य है. उन्होंने कहा, "आज रन नहीं बन रहे हैं, लेकिन 2 या 5 महीने बाद यह बदल भी सकता है. यह खेल की प्रकृति है, और मैं इसे स्वीकार करता हूं."
पारिवारिक जिम्मेदारी के कारण छोड़ा था पर्थ टेस्ट
रोहित शर्मा और उनकी पत्नी रितिका सजदेह ने 15 नवंबर को अपने दूसरे बच्चे का स्वागत किया. परिवार के साथ समय बिताने के लिए रोहित ने पर्थ टेस्ट नहीं खेला. हालांकि, अगले तीन टेस्ट मैचों में वह अपनी फॉर्म में लौटने में नाकाम रहे और पांच पारियों में सिर्फ 31 रन बना पाए.
फैंस के लिए राहत
रोहित शर्मा का बयान उनके फैंस के लिए राहत की खबर है. उन्होंने साफ कर दिया कि उनका संन्यास लेने का कोई इरादा नहीं है. उन्होंने कहा, "मैं अपने जीवन और करियर के उद्देश्य को समझता हूं. कोई भी अफवाह या आलोचना मुझे विचलित नहीं कर सकती."
रोहित शर्मा के इस बयान से यह साफ हो गया कि अफवाहें केवल उन्हें कमजोर दिखाने का प्रयास थीं. उनका अनुभव और क्रिकेट के प्रति उनकी प्रतिबद्धता अडिग है. फैंस अब उनसे फिर से रन बनाने और फॉर्म में वापसी की उम्मीद कर सकते हैं.