दुबई: एशिया कप 2025 के फाइनल में पाकिस्तान पर शानदार जीत के बाद भारतीय क्रिकेटरों ने पूरी रात धूम मचाई. टीम के साथियों के साथ जश्न की रौनक देखते ही बनी. सोमवार सुबह कप्तान सूर्यकुमार यादव ने पत्रकारों से खुलकर बात की. इस तनावपूर्ण मुकाबले में कई विवाद भी हुए, लेकिन जीत ने सब कुछ पीछे छोड़ दिया. ऑपरेशन सिंदूर के तुरंत बाद आयोजित इस टूर्नामेंट में भारत ने पाकिस्तान को तीनों मौकों पर बुरी तरह हराया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर टीम की जमकर प्रशंसा की. सूर्यकुमार ने इस पर कहा कि जब देश के नेता खुद मैदान पर उतरकर सपोर्ट करते हैं, तो खिलाड़ियों का हौसला दोगुना हो जाता है. यह सुनकर बहुत अच्छा लगा. पहलगाम हमले के शिकारों और भारतीय सेना को अपनी पूरी मैच फीस दान करने के फैसले पर सूर्या ने कहा कि प्रेस कॉन्फ्रेंस जाते वक्त सोचा कि इतने सारे भारतीय यहां हैं, हम छोटा-सा योगदान तो दे ही सकते हैं.
अगर सब मिलकर थोड़ा-थोड़ा दें, तो बड़ा बदलाव आएगा. मैं पूरी बात नहीं लिख पाया, क्योंकि सब कुछ सैनिकों और पीड़ितों के लिए था. अफरा-तफरी में ज्यादा बोल न सका, लेकिन जो संभव होगा, जरूर करूंगा. जब भारत ने एशियन क्रिकेट काउंसिल और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चीफ मोहसिन नकवी, जो पाकिस्तान के गृह मंत्री भी हैं से ट्रॉफी न लेने का फैसला किया, तो नकवी नाराज होकर ट्रॉफी को मंच से ही उठा ले गए. बावजूद इसके भारतीय टीम ने बिना ट्रॉफी के ही उत्सव मनाया. सूर्यकुमार ने इसे सार्थक बताया, "ट्रॉफी तो चीज है, लेकिन असली पुरस्कार तो दर्शकों का विश्वास और ग्राउंड पर मेहनत का फल है. लोगों का दिल जीतना ही सबसे बड़ा सम्मान है."
बता दें कि नकवी अपने भारत-विरोधी बयानों के लिए कुख्यात हैं. भारतीय खेमे ने साफ मना कर दिया, और नकवी ट्रॉफी लेकर चले गए. सूर्यकुमार को टी20 कप्तानी संभाले हुए 14 महीने से ज्यादा हो चुके हैं, और यह उनके करियर का सबसे यादगार टूर्नामेंट साबित हुआ. उनका बल्ला इस बार ज्यादा नहीं चला, लेकिन चैंपियनशिप की खुशी में सारी निराशा धुल गई. उन्होंने कहा कि जब भारत, एशिया कप 2025 चैंपियन लिखा देखता हूं, तो सब भूल जाता हूं.