नई दिल्ली: लालू प्रसाद यादव के परिवार में फिर से राजनीतिक और निजी तनाव बढ़ते दिख रहे हैं. बिहार 2025 विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रहा है, इसी बीच राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के प्रमुख के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने एक्स (पहले ट्विटर) पर अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव और बड़ी बहन मीसा भारती को अनफॉलो कर दिया. इस कदम से राज्य की सबसे ज्यादा चर्चित राजनीतिक परिवार में बढ़ते फूट की अटकलों का नया दौर शुरू हो गया.
तेज प्रताप, जो अपनी अप्रत्याशित राजनीतिक चालों और बेबाक अंदाज के लिए जाने जाते हैं, अब सिर्फ तीन परिवार वालों को फॉलो कर रहे हैं. अपने पिता लालू प्रसाद यादव, मां राबड़ी देवी और छोटी बहन राज लक्ष्मी यादव. यह फैसला कुछ ही दिनों पहले उनकी एक और बहन हेमा यादव को अनफॉलो करने के बाद आया है. परिवारिक कलह के बीच तेज प्रताप यादव ने ऐलान किया है कि उनकी पार्टी जनशक्ति जनता दल (जेजेडी) 13 अक्टूबर को उम्मीदवारों की सूची जारी करेगी. पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने इशारा किया कि यह उनके राजनीतिक सफर का बड़ा पल होगा.
उन्होंने शनिवार को अपने खास अंदाज में कहा कि परसों जोरदार ऐलान होगा. तेजप्रताप यादव ने पुष्टि की कि वह महुआ सीट से चुनाव लड़ेंगे, जहां 2015 में आरजेडी उम्मीदवार के तौर पर उन्होंने जीत हासिल की थी. फिलहाल यह सीट आरजेडी के मुकेश कुमार रौशन के पास है, जो यादव बहुल इलाके में प्रतीकात्मक और संभावित रूप से रोमांचक जंग की जमीन तैयार कर रही है. जब गठबंधन की संभावनाओं पर सवाल हुआ, तो तेज प्रताप रहस्यमयी बने रहे.
तेज प्रताप यादव का आरजेडी से अलग होना एक सीरीज की विवादों के बाद हुआ, जिन्होंने उनके छोटे भाई और पार्टी नेतृत्व के साथ उनके रिश्तों को तनावपूर्ण बना दिया था. एक फेसबुक पोस्ट के बाद उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया था, जिसमें उन्होंने लंबे रिश्ते का दावा किया था, जो वायरल हो गया और उनकी विवादास्पद शादी पूर्व मुख्यमंत्री दरोगा राय की पोती ऐश्वर्या राय से पर फिर से चर्चा छेड़ दी.
हालांकि बाद में तेचप्रताप यादव ने दावा किया कि उनका सोशल मीडिया अकाउंट हैक हो गया था, लेकिन इस घटना ने पार्टी में पहले से खराब रिश्तों को और बिगाड़ दिया. नई पार्टी जनशक्ति जनता दल लॉन्च करना उनके परिवार की राजनीतिक विरासत से अलग होने की सार्वजनिक घोषणा था. ऐश्वर्या के साथ तलाक का केस फैमिली कोर्ट में लंबित है. बिहार विधानसभा चुनाव दो चरणों में 6 और 11 नवंबर को होंगे, मतगणना 14 नवंबर को.
मुख्य मुकाबला बीजेपी और जेडीयू के नेतृत्व वाले एनडीए (मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में) और तेजस्वी यादव की आरजेडी के नेतृत्व वाले इंडिया गठबंधन के बीच होगा. इंडिया गठबंधन नीतीश कुमार को हटाने की उम्मीद कर रहा है, लेकिन तेज प्रताप की जेजेडी जैसी छोटी पार्टियां और प्रशांत किशोर की जन सुराज, जो 243 सीटों पर लड़ने वाली है, गणित को जटिल बना सकती हैं. आज ही आरजेडी के 2 विधायकों ने इस्तीफा भी दिया है.