विराट कोहली, जो क्रिकेट जगत के एक प्रमुख नाम हैं, इन दिनों बुरी फॉर्म से जूझ रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया में भी उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा है. पहले भारत में टेस्ट मैचों में विफल रहने के बाद, अब ऑस्ट्रेलिया में भी उनके बल्ले से रन नहीं निकल रहे. इसके अलावा, कोहली को फिल्डिंग में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. पिछले दो वर्षों में उन्होंने कई महत्वपूर्ण कैच छोड़े हैं, और यह स्थिति उनकी कड़ी आलोचना का कारण बन चुकी है.
कैच छोड़ने की बढ़ती समस्या
विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट में पाकिस्तान के पूर्व कप्तान बाबर आजम से भी ज्यादा कैच छोड़े हैं. 2022 के बाद से, कोहली का टेस्ट मैचों में कैच छोड़ने का प्रतिशत अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच चुका है. 2022 से अब तक, कोहली ने 26 मौके पर बल्लेबाजी करते हुए 9 कैच छोड़े हैं, जिससे उनका कैच छोड़ने का प्रतिशत 34.61% हो गया है. यह आंकड़ा उनके फॉर्म में गिरावट को दर्शाता है.
ऑस्ट्रेलिया के डेविड वॉर्नर इस सूची में दूसरे नंबर पर हैं, जिन्होंने 27 मौके में से 9 कैच छोड़े हैं, उनका प्रतिशत 33.33% है. दक्षिण अफ्रीका के कीगन पीटर्सन तीसरे स्थान पर हैं, जबकि बाबर आजम चौथे स्थान पर हैं, जिन्होंने 25 मौकों में से 8 कैच छोड़े हैं, और उनका प्रतिशत 32% है.
विराट कोहली का बल्लेबाजी प्रदर्शन
कोहली का बल्लेबाजी में भी हाल बहुत अच्छा नहीं रहा. बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट मैच में, जब भारत ने पहले बल्लेबाजी की, तो टीम महज 150 रन पर सिमट गई. इस दौरान विराट कोहली ने केवल 12 गेंदों में 5 रन ही बनाए, जो उनके फॉर्म में गिरावट को दिखाता है.
यह स्थिति तब और खराब हो जाती है जब हम यह देखते हैं कि कोहली अब एक शानदार बल्लेबाज से ज्यादा, निराशाजनक फॉर्म में आ गए हैं. उनकी बल्लेबाजी और फिल्डिंग दोनों में पिछले कुछ समय से गिरावट आई है, जो उनके प्रशंसकों के लिए चिंता का विषय बन गया है.