इधर रतन टाटा के निधन पर पूरा देश भावुक था, उधर टाटा ग्रुप के बड़े-बड़े अधिकारी उत्तराधिकारी कौन होगा, इस पर विचार कर रहे थे, अंतिम संस्कार के 24 घंटे के भीतर ही टाटा ट्रस्ट बोर्ड की बैठक बुलाई जाती है और बैठक में इस बात पर फैसला होता है कि 100 देशों में फैले करीब 34 अरब डॉलर नेटवर्थ वाले टाटा ग्रुप की कमान नोएल टाटा संभालेंगे. अब ये कौन हैं, रतन टाटा से इनका क्या रिश्ता है, और जिन साइरस मिस्त्री से रतन टाटा की कभी अनबन हुई थी, उनके कितने खास रहे हैं, ये हर कोई जानना चाहता है, तो पहले वो सुनिए फिर इस बात पर आते हैं कि क्या टाटा ग्रुप से कई लोगों की छुट्टी होने वाली है, और उसमें कई बड़े बदलाव होने वाले हैं, जेआरडी टाटा और रतन टाटा की वो कहानी है, जिसके बाद कई लोगों को टाटा ग्रुप से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था.
कौन हैं नोएल टाटा (हेडर)
यानि इनके पास लंबा अनुभव है, जिसका फायदा टाटा ग्रुप को मिल सकता है. हालांकि इनका नाता उन साइरस मिस्त्री के साथ भी है, जिनसे साल 2016 में रतन टाटा की अनबन हुई थी, और फिर साइरस को रतन टाटा ने ग्रुप से बाहर का रास्ता दिखा दिया था, रिश्ते में नोएल टाटा साइरस मिस्त्री के जीजा लगते हैं. ऐसे में एक सवाल ये भी है कि क्या ग्रुप की कमान संभालने के बाद ये भी रतन टाटा के रास्ते पर चलते हुए टाटा ग्रुप में कई बड़े बदलाव करेंगे. कहा जाता है साल 1991 में जेआरडी टाटा की विरासत जब रतन ने संभाली, तो सीधे-सादे दिखने वाले रतन टाटा ने सख्त एक्शन लिया था, और सुस्त पड़े तीन अधिकारी, जो बड़े पदों पर थे, उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया था.
जिसमें पहले थे टाटा स्टील के रूसी मोदी, दूसरे थे टाटा केमिकल्स के दरबारी सेठ और तीसरे थे इंडियन होटल्स के अजीत केलकर. ये तीनों एक व्यक्ति के हाथ में ग्रुप की कमान आने के विरोधी थे, बिजनेस में कुछ इनोवेटिव नहीं करना चाहते थे.नतीजा इन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया गया.
फिलहाल ऐसा कोई व्यक्ति टाटा ग्रुप में नहीं दिखता. लेकिन एक नई कहानी जरूर सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी है कि रतन टाटा के सगे भाई जिम्मी टाटा जब हैं, तो फिर सौतेले भाई नोएल टाटा को ग्रुप की कमान क्यों दी गई, ये सवाल कई लोगों के मन में उठ रहा है, पर बिना किसी लाग-लपेट के कहें तो जिम्मी टाटा खुद को कारोबार से दूर रखते हैं. मशहूर उद्योगपति हर्ष गोयनका ने जब उनकी कहानी ट्वीट कर बताई थी तब दुनिया को पता चला था रतन टाटा का कोई छोटा भाई ऐसा भी है. जो स्कवैश के अच्छे खिलाड़ी हैं, मुंबई के कोलाबा में दो बेडरूम में फ्लैट में रहते हैं. दुनियादारी से दूर अपने आप में ही व्यस्त रहते हैं. और बड़े भाई के जाने के बाद से वो बुरी तरह टूट गए हैं.