Yashasvi Jaiswal Record: भारत और इंग्लैंड के बीच लीड्स में खेले जा रहे 5 टेस्ट की सीरीज के पहले मुकाबले में गदर मचा दिया है, पहली ही पारी में शतक जड़ जायसवाल ने कई रिकॉर्ड बना डाले हैं. जायसवाल ने पहले तो 145 गेंद पर शतक पूरा किया, अपने शतक के लिए उन्होंने 16 चौके और 1 छक्का भी जड़ा, हालांकि अपनी इस शतक को जायसवाल ज्यादा बड़ा नहीं कर सके. इस ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया पहली बार शुभमन गिल की कप्तानी में उतरी है। लेकिन सबका ध्यान खींचा है युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने, जिन्होंने अपनी पहली इंग्लैंड टेस्ट पारी में ही धमाकेदार प्रदर्शन कर इतिहास रच दिया है।
91 रनों की ओपनिंग साझेदारी से मजबूत नींव
मैच में भारत ने टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी की शुरुआत की। ओपनर यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल की जोड़ी ने पहले विकेट के लिए 91 रनों की शानदार साझेदारी की। दोनों बल्लेबाजों ने इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों को आत्मविश्वास के साथ खेला और टीम इंडिया को ठोस शुरुआत दी।
फारुख इंजीनियर का 58 साल पुराना रिकॉर्ड टूटा
जब यशस्वी जायसवाल ने अपनी पारी में 88 रन पूरे किए, तो उन्होंने एक बड़ा इतिहास रच डाला। वे लीड्स के मैदान पर किसी भी भारतीय ओपनर द्वारा सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए। इससे पहले यह रिकॉर्ड फारुख इंजीनियर के नाम था, जिन्होंने 1967 में इसी मैदान पर 87 रन बनाए थे। जायसवाल का यह प्रदर्शन इसलिए और खास है क्योंकि यह उनका इंग्लैंड में पहला टेस्ट मैच है।
कप्तान शुभमन गिल के साथ भी बड़ी साझेदारी
केएल राहुल के आउट होने के बाद जायसवाल ने कप्तान शुभमन गिल के साथ 100+ रनों की साझेदारी की। इस साझेदारी ने भारत की स्थिति को और मजबूत किया और एक बड़े स्कोर की नींव रखी।
टेस्ट क्रिकेट में इंग्लैंड में फिफ्टी लगाने वाले युवा खिलाड़ियों में शामिल
यशस्वी जायसवाल ने 23 साल 174 दिन की उम्र में इंग्लैंड में टेस्ट फिफ्टी लगाकर एक और खास उपलब्धि हासिल की है। वे इंग्लैंड में टेस्ट में फिफ्टी लगाने वाले पांचवें सबसे युवा भारतीय ओपनिंग बल्लेबाज बन गए हैं। इस लिस्ट में उनके साथ रवि शास्त्री (20 साल 42 दिन) और सुनील गावस्कर जैसे महान खिलाड़ियों का नाम भी शामिल है।
यशस्वी जायसवाल का यह प्रदर्शन यह दिखाता है कि भारत को एक और दीर्घकालीन टेस्ट ओपनर मिल गया है। इस पारी ने सिर्फ स्कोरबोर्ड ही नहीं बदला, बल्कि एक भरोसा भी दिया कि टीम इंडिया की युवा ब्रिगेड विदेशों में भी मैच पर पकड़ बना सकती है। अब देखना होगा कि जायसवाल इस फॉर्म को सीरीज के बाकी मुकाबलों में कैसे बरकरार रखते हैं।