लोकतंत्र का महापर्व लोकसभा चुनाव 2024 अब अपने अंतिम दौर पर पहुंच चुका है. लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) के सातवें और आखिरी चरण का मतदान (Last Phase Voting) 1 जून को किया जाएगा. 30 मई को सभी राजनीतिक दलों ने चुनाव प्रचार का आखिरी दांव खेलते हुए पूरा जोर लगा डाला.
एक बार फिर सत्ता में पैर जमाने के लिए बीजेपी और पीएम मोदी ने मिलकर इस चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक दी और देखते ही देखते भारत (India) के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) का 2024 का चुनावी अभियान ऐतिहासिक (Historical) बन गया.
इस लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी पार्टी भारतीय जनता पार्टी (BJP) के चुनाव प्रचार की कमान संभाली हुई थी. इस चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रिकॉर्ड स्तर पर प्रचार (Election Campaign) किया. पीएम मोदी ने कुल 206 रैलियां, इवेंट और रोड शो किए, जोकि अपने आप में एक रिकॉर्ड (Record) है.
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को पंजाब के होशियारपुर में आखिरी रैली की. इसके बाद वह साधना करने के लिए कन्याकुमारी जाएंगे. इस आखिरी चरण में पीएम मोदी की लोकसभा सीट वाराणसी पर भी वोटिंग होगी, जहां उनके सामने इंडिया गठबंधन में शामिल कांग्रेस के प्रत्याशी अजय राय हैं.
वाराणसी से अजय राय लगातार तीन बार हारे हैं. वहीं, पीएम मोदी ने उन्हें लगातार दो बार हराया है. प्रधानमंत्री ने इस चुनाव में इतिहास रचा है, जहां उन्होंने कड़ी मेहनत करते हुए ताबड़तोड़ रैलियां की हैं.
इस लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के चुनाव प्रचार की कमान संभाली हुई थी. उन्होंने एक-एक दिन में कई रैलियों को संबोधित किया और केंद्र सरकार की उपलब्धियों के बारे में आमजन को बताया. प्रधानमंत्री ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान 206 रैलियों को संबोधित किया है. उन्होंने न धूप देखी और न ही छांव, वे लगातार आमजन से संपर्क साधते रहे.
इसी के साथ पीएम मोदी ने अपने तीसरे कार्यकाल के पहले 125 दिनों का रोडमैप तैयार कर लिया है. उनका कहना है कि सरकार बनते ही, तीसरे टर्म में अगले 125 दिन में क्या होगा, सरकार क्या करेगी, सरकार कैसे करेगी, सरकार किसके लिए करेगी, सरकार कब तक करेगी, इसके रोडमैप पर काम कर लिया गया है.
इसमें भी 25 दिन विशेष तौर पर युवाओं के लिए केंद्रित किए गए हैं, अगले 5 साल में कौन से बड़े निर्णय लेने हैं, इसकी भी रूपरेखा खींची जा चुकी है. अगले 25 साल के विजन पर भी उनकी सरकार तेजी से आगे बढ़ रही है.