कासगंज: उत्तर प्रदेश के कासगंज से मानवता को शर्मसार करने वाली खबर सामने आई है, जहां एक नाबालिग लड़की के साथ उसी के मंगेतर के सामने गैंगरेप हुआ है, सिर्फ इतना ही नहीं बलात्कारी लड़की और लड़के से सोना और नकदी भी लूट कर ले गए. इस मामले को पुलिस ने संज्ञान में लेते हुए तुरंत कार्रवाई की और 5 आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है, जबकि 3 आरोपी अभी भी फरार चल रहे हैं.
पूरा मामला जानिए
घटना कासगंज कोतवाली क्षेत्र की है, जहां पीड़िता ने पुलिस को बयान देते हुए बताया है कि 10 अप्रैल को वो अपने मंगेतर के साथ जिला आपूर्ति कार्यालय में राशन कार्ड बनवाने के लिए गई थी, कार्यायल में काम पूरा होने के बाद वो दोनों बाइक से वापस घर के लिए लौट रहे थे. रास्ते में जब उन्हें भूख लगी तो एक दुकान से खाने का सामान लेकर नहर के पास पेड़ के नीचे बैठ कर खाने लगे, तभी अचानक वहां 5 लोग आते हैं, और पीड़िता और उसके मंगेतर को धमकाकर पैसे मांगने लगते हैं. इस दौरान वो लोग 5 हजार रुपये भी छीन लेते हैं. इस दौरान आरोपियों के 3 साथी और भी वहां पहुंच जाते हैं. ये सभी लोग लड़की और उसके मंगेतर के साथ मारपीट करते हैं. लड़की को खींचते हुए झाड़ियों की तरफ ले जाते हैं.
झाड़ियों में ले जाकर तीन लोगों ने किया सामूहिक बलात्कार
झाड़ियों में ले जाने के बाद तीन लोगों ने लड़की का रेप किया, इस दौरान उन लोगों ने लड़की को शोर करने पर ना सिर्फ जान से मारने की धमकी दी, बल्कि मारपीट करके लड़की के गले की चेन और कान के टॉप्स भी छीन ले गए. आरोपियों के जाने के बाद पीड़िता ने अपने परिवार वालों को पूरी वारदात की जानकारी दी, बेटी के साथ हुई हैवानियत सुन कर पूरा परिवार सहम गया. और लोक-लज्जा के डर से पुलिस में रिपोर्ट भी नहीं की, लेकिन जब कुछ लोगों ने परिवार को समझा कर हिम्मत दी तब जाकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई.
एसपी बोलीं- आरोपियों पर सख्त एक्शन लेंगे
इस पूरे प्रकरण पर कासगंज की एसपी अंकिता शर्मा का कहना है कि घटना की शिकायत मिलते ही पुलिस कार्रवाई करने में जुट गई थी, अब तक 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. बाकी तीन आरोपियों की तलाश में दबिश दी जा रही है.
महिला आयोग ने भी संज्ञान में लिया मामला
इस पूरे मामले को राज्य महिला आयोग ने भी संज्ञान में लिया है, आयोग की सदस्य रेनू गौड़ ने सभी आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है, उनका कहना है कि जैसे ही हमें सूचना मिल हम तुरंत पीड़िता के पास पहुंचे, और जहां पता चला कि वो काफी डरी हुई है, उसे लग रहा था कि आरोपियों पर कार्रवाई नहीं की जाएगी.