नई दिल्ली : पार्टी पर धन उगाई सहित कई गंभीर आरोप लगने के बाद जापान के प्रधानमंत्री शिगेरु इसिबा (Japan Pm Shigeru Ishiba) ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. जापानी ब्रॉडकास्टर एनएचके ने रविवार को जापान के प्रधानमंत्री के इस्तीफा को लेकर दावा किया है. जापान के प्रधानमंत्री लगातार घरेलू राजनीतिक मुद्दों पर गिरे हुए थे. सदन में हुए चुनाव में हार के बाद लगातार उनकी पार्टी लिबरल ड्रेमोकेटिक पार्टी (एलडीपी) में मतभेद की स्थिति हो गई थी. ऐसे में पार्टी में विभाजन रोकने के लिए उन्होंने इस्तीफा देने का फैसला किया है. सोमवार को नए नेता का चुनाव हो सकता है.
इशिबा ने पिछले साल अक्टूबर महीने में जापान के प्रधानमंत्री चुने गए थे. पदभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने महंगाई से निपटने और पार्टी में सुधार के साथ ही कई अन्य बड़े वादे किए थे. हालांकि, सत्ता के शीर्ष पर होने के बाद भी उन्होंने अपने वादों को पूरा नहीं किया, जिसकी वजह से उन्हें लगातार आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा था. प्रधानमंत्री बनने के बाद उनकी पार्टी एलडीपी पर राजनीतिक धन उगाही के साथ ही घोटाले के आरोप लगे. जिस वजह से उनके मुश्किलें लगातार बढ़ गई और इस्तीफा देना पड़ा.
निचले और उच्च सदन में खोया बहुमत
इशिबा के सत्ता में आने के बाद एलडीपी ने निचले और उच्च दोनों सदनों में बहुमत खो दिया. निचले सदन में उनके गठबंधन सहयोगी कोमेइतो को भी हार का सामना करना पड़ा. इसके साथ ही जुलाई में हुए उच्च सड़क के चुनाव में भी बहुमत नहीं मिला. चुनावी परिणाम आने के बाद इशिबा पर लगातार पद छोड़ने का दबाव बन रहा था. जिसके बाद रविवार को पीएम पद से इस्तीफा दे दिया. नेतृत्व बदलाव के लिए जल्द ही एलडीपी चुनाव कराएगा. 342 एलडीपी और क्षेत्रीय प्रतिनिधियों में 149 ने चुनाव के पक्ष में है. वहीं, 48 विरोध में अपनी बातों को रख रहे हैं.