नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोहा में इजरायली हवाई हमलों की निंदा की, जिसमें हमास के वरिष्ठ अधिकारियों को निशाना बनाया गया था. उन्होंने इसे कतर की संप्रभुता का उल्लंघन बताया और इस हमले पर गहरी चिंता जताई. पीएम मोदी ने कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी से बात की और कहा कि भारत शांति और स्थिरता के लिए है और सभी तरह के आतंकवाद के खिलाफ है.
हमास के अनुसार, इस हमले में पांच लोग मारे गए, जिनमें हमास नेताओं के तीन अंगरक्षक शामिल थे. खलील अल-हय्या का बेटा हम्माम अल-हय्या और उनके कार्यालय प्रबंधक जिहाद लबाद भी मारे गए. मोदी ने कतर की क्षेत्रीय शांति और स्थिरता में मध्यस्थता की भूमिका की सराहना की, खासकर गाजा में युद्धविराम और बंधकों की रिहाई के प्रयासों के लिए. उन्होंने कहा कि भारत विवादों को बातचीत और कूटनीति से हल करने का समर्थन करता है और तनाव बढ़ाने के खिलाफ है.
बता दें कि कतर की राजधानी दोहा में मंगलवार को कई धमाके हुए. मीडिया ने सरकारी अधिकारियों के हवाले से बताया कि कतारा इलाके के ऊपर धुआं उठता दिखा. इजरायल की आर्मी रेडियो के मुताबिक, इजरायल डिफेंस फोर्सेज (IDF) और इजरायल सिक्योरिटी एजेंसी (ISA) ने हमास के वरिष्ठ अधिकारियों निशाना बनाकर हमला किया. IDF ने कहा कि निशाने पर वे लोग थे जो इजरायल के खिलाफ ऑपरेशन चलाने में शामिल थे.
एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक बयान में इजरायल की सेना ने कहा कि उन्होंने "सटीक हथियारों" का इस्तेमाल किया और "अतिरिक्त खुफिया जानकारी" पर भरोसा किया ताकि नागरिकों को नुकसान कम हो. कतर ने इस घटना की निंदा की और इसे "कायराना" इजरायली हमला बताया, जो हमास के राजनीतिक ब्यूरो के सदस्यों वाले आवासीय भवनों पर हुआ. कतर के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माजेद अल-अंसारी ने एक्स पर पोस्ट के जरिए कहा, "कतर की सरकार हमास के राजनीतिक ब्यूरो के कई सदस्यों वाले आवासीय भवनों पर कतर की राजधानी दोहा में हुए कायराना इजरायली हमले की कड़ी निंदा करती है."