नई दिल्ली: कुसमुंडा थाना क्षेत्र के गेवरा बस्ती, विश्रामपुर में एक अजीब घटना ने सबको चौंका दिया. हरिओम वैष्णव (27) चार दिन पहले अपने ससुराल दर्री गया था. वहां से घर लौटने की बात कहकर निकला, लेकिन नहीं पहुंचा. परिजनों ने चिंता में उसकी खोजबीन शुरू की और कुसमुंडा पुलिस में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई. इसी बीच, सोमवार दोपहर को बांकीमोंगरा थाना क्षेत्र में डंगनिया नदी में एक शव मिला.
पुलिस ने शव को बाहर निकाला, लेकिन पानी में रहने से शव फूल चुका था, जिससे पहचान मुश्किल थी. हरिओम की गुमशुदगी की खबर के चलते पुलिस ने उसके परिजनों को बुलाया. शव के बाल, दाढ़ी, रंग और हाथ पर ''आर'' का टैटू देखकर परिजनों ने इसे हरिओम समझ लिया.
पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया. रात होने के कारण अंतिम संस्कार टल गया. मंगलवार को परिजन संस्कार की तैयारी कर रहे थे कि आधी रात को हरिओम अचानक पैदल घर लौट आया. उसे देख मोहल्ले वाले ''भूत-भूत'' चिल्लाकर भागने लगे.
बाद में हरिओम ने बताया कि वह ससुराल और घरवालों से नाराज होकर कहीं चला गया था. उसकी वापसी से परिजनों की उदासी खुशी में बदल गई. परिजनों ने कुसमुंडा पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने बयान दर्ज कर शव को बांकीमोंगरा थाना भेज दिया, जहां उसे मर्च्यूरी में रखा गया. अब सवाल उठता है कि नदी में मिला शव किसका था? पुलिस उसकी पहचान के लिए फिर से जांच में जुट गई है, लेकिन गांव में कौतूहल अभी कम नहीं हुई है.