लॉरेंस बिश्नोई से जुड़े वो 5 सवाल, जिनका जवाब महाराष्ट्र पुलिस भी ढूंढ रही होगी!

Global Bharat 18 Apr 2024 3 Mins
लॉरेंस बिश्नोई से जुड़े वो 5 सवाल, जिनका जवाब महाराष्ट्र पुलिस भी ढूंढ रही होगी!

लॉरेंस बिश्नोई को मिट्टी में मिलाने का बयान जबसे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने दिया है, महाराष्ट्र पुलिस टॉप लेवल की तैयारियों में जुटी है. कई लोग ये भी कह रहे हैं कि शिंदे ने जल्दबाजी में ये बयान दिया, और अब बयान दिया है तो एक्शन तो लेना ही होगा, पर किसी तगड़े एक्शन से पहले पुलिस को इन 5 सवालों के जवाब जरूर तलाशने होंगे. 
सवाल नंबर 1- लॉरेंस बिश्नोई जेल के अंदर भी अपना साम्राज्य चलाता है, चाहे दिल्ली हो या पंजाब उसने हर जगह यही किया है, वो LLB का स्टूडेंट भी रहा है, इसलिए कानूनी दांव-पेंच के जरिए हर बार बचता रहा है, तो इस बार शिकंजा कैसे कसेगा. 
सवाल नंबर 2- मूसेवाला के वक्त उसने जेल से ही खुले तौर पर ये कहा कि हां हमने बदला लिया, फिर भी पुलिस उसका कुछ कर नहीं पाई, तो क्या सिस्टम में उसकी कोई मदद कर रहा है? फिर उसकी शिनाख्त कैसे होगी. 
सवाल नंबर 3- बड़े-बड़े माफिया का राज्य बदल देने पर नेटवर्क टूट जाता है, लेकिन लॉरेंस के साथ ये नहीं हुआ, तो महाराष्ट्र पुलिस क्या इसके लिए कोई अलग प्लान बनाएगी.
सवाल नंबर 4- लॉरेंस बिश्नोई पर इतने सख्त एक्शन के बाद भी उसके फॉलोअर्स की संख्या कम नहीं हुई है. जो कई राज्यों की पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ है, महाराष्ट्र पुलिस इससे कैसे निपटेगी
सवाल नंबर 5- बीते कुछ दिनों में लॉरेंस जिस तरह से एक्टिव हुआ है, ऐसा दावा किया जाता है कि मुंबई में भी उसके कई लोग हैं, जो उसकी मदद कर रहे हैं, तो महाराष्ट्र पुलिस उन लोगों का इलाज कैसे करेगी?
अगर आप लॉरेंस की कुंडली देखेंगे तो साल 2014 में राजस्थान पुलिस ने उसे पकड़ा लेकिन साल 2015 में वो पुलिस की कस्टडी से ही फरार हो गया, कहते हैं उसके बाद उसने नेपाल में शरण ली और वहां अपने ग्रुप को मजबूत कर वापस लौटा तो फिर अरेस्ट हो गया. साल 2021 में उसे दिल्ली के तिहाड़ जेल में लाया गया था, लेकिन बाद में तिहाड़ जेल के ऑफिसर ने भी कह दिया था कि मैं इसे यहां नहीं रख सकता, क्योंकि जेल में रहकर भी लॉरेंस ने अपनी काली दुनिया से दूरी नहीं बनाई है. अपने एक इशारे से ही वह किसी कारोबारी या किसी बड़े नेता से करोड़ों वसूलवा लेता है, न देने पर सीधा ऊपर पहुंचवा देता है. 
कहते हैं साल 2017 में सीकर के पूर्व सरपंच सरदार राव के मामले में लॉरेंस का नाम सामने आया था. लॉरेंस तब जेल में था, और वहीं से इसने अपने खास रविंदर काली को संदेश भेजवाया था. 
लॉरेंस ने जोधपुर में अपना दबदबा बनाने के लिए कारोबारी वासुदेव इसरानी को निशाना बनाया.
राजस्थान के लोग लॉरेंस बिश्नोई की तुलना गैंगस्टर आनंदपाल से करते हैं. ये इतना शातिर है कि सात साल पहले लॉरेंस ने राजस्थान की एकमात्र हाई सिक्युरिटी वाली घूघरा घाटी जेल की सुरक्षा में सेंध लगा दी थी। वो भी तब जब पुलिस हेड क्वार्टर ने इस जेल को हाई अलर्ट पर रखा था और अजमेर एसपी ने पुलिस चौकी लगा कर सुरक्षा बढ़ा रखी थी. फिर भी जेल में बंद लॉरेंस विश्नोई 4जी सिम का इस्तेमाल कर अपना ग्रुप चला रहा था. उसके बाद उसके ऊपर ऐसी सख्ती बढ़ी कि हवा खराब हो गई, पर कुछ दिन बाद फिर वही करने लगा. आज इसके गुर्गे अमेरिका और कनाडा में बैठे हैं, और जबसे महाराष्ट्र के सीएम का बयान आया है, उसके ग्रुप के लोगों की भी धड़कनें बढ़ी हुई है. 
पंजाब के फाजिल्का का रहने वाले लॉरेंस के पिता पंजाब पुलिस में कॉन्स्टेबल रहे, लेकिन बेटा कॉलेज में जाते ही एक ऐसी गलती कर बैठता है, एक झगड़े को इतना बड़ा बना देता है कि पिता की तरह सिपाही बनने की बजाय सिपाहियों और समाज का दुश्मन बन जाता है,, समाज के लिए वो नासूर बन जाता है, जिसकी फाइलें कई राज्यों की पुलिस ने खोली पर बंद किस राज्य की पुलिस करेगी, किसी को नहीं पता.