लोकसभा चुनाव के चलते सियासी पारा गरमाया हुआ है. राजनैतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज़ हो गया है. इसी बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लालू यादव और उनके परिवार को लेकर ऐसा बयान दे दिया है जिसकी चर्चा अब हर तरफ हो रही है.
दरअसल चुनाव प्रचार के चलते बिहार के सीएम नीतीश कुमार पूर्णिया के बनमनखी पहुंचे थे. जहां उन्होंने लालू परिवार पर अप्रत्यक्ष रूप से कटाक्ष किया. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के मामलों के कारण लालू प्रसाद यादव को गद्दी छोड़नी पड़ी, जिसके बाद उन्होंने अपनी पत्नी को मुख्यमंत्री बनाया.
अब वह अपने बच्चों को बढ़ावा दे रहे हैं. नीतीश ने कहा, ‘उन्होंने कई बाल-बच्चे पैदा किए हैं. क्या किसी को इतने बाल-बच्चा पैदा करने की जरूरत है?’ लालू परिवार के खिलाफ अपना हमला जारी रखते हुए नीतीश ने कहा, ‘उनकी बेटियां और दो बेटे पहले से ही सक्रिय राजनीति में हैं. वे वास्तव में क्या करते हैं? वे अपनी सनसनीखेज टिप्पणियों से सुर्खियां बटोरते हैं.’
नीतीश के इस बयान से बिहार की राजनीति गरमा गई और विपक्ष हमलावर हो गया. नीतीश पर पलटवार करते हुए मीसा भारती ने कहा कि समझ में नहीं आ रहा क्या बोलें इस पर... बिहार की जनता समझेगी. बिहार प्रदेश के मुख्यमंत्री क्या कहना चाह रहे हैं. जब हमारे साथ थे, तो उनको नहीं पता था. अब मोदीजी बंद कर दिए हैं, तो चाचाजी शुरू किए हैं परिवारवाद पर बोलना. सिर्फ राजद ही नहीं कांग्रेस ने भी नीतीश को आड़े हाथ ले लिया। कांग्रेस प्रवक्ता ज्ञान रंजन ने दावा किया कि लालू परिवार पर नीतीश की व्यक्तिगत टिप्पणी स्पष्ट करती है कि नीतीश के पास राज्य के वर्तमान और भविष्य के बारे में अपने दृष्टिकोण के बारे में बोलने के लिए कुछ नहीं है. उन्होंने दावा किया कि नीतीश ने जमीनी स्तर पर आकर्षण और संपर्क खो दिया है और अब वह ब्रांड बिहार के राजदूत नहीं हैं.