जिन नेताओं को चुना था विकास के लिए... वो केवल विवाद में ही उलझे रह गए... नेताजी मंच पर एक दूसरे को ऊंगली दिखाते... हाथ लहराते रहे... जनता विकास की राह देखती रही... हालात ये हो गए कि विवाद खत्म नहीं हुआ... और विकास शुरू नहीं हो सका... ये तस्वीरें हैं उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले की... जहां डीएम के सामने ही सपा और बीजेपी विधायक भिड़ गए.... लोगों को तो लगा कि लात-घूंसे भी ना यहां चल जाएं... विधायक और सांसद कितने शालीन होते हैं... कितने सभ्य होते हैं... आपसी मान सम्मान कितना होता है... समाज के सामने सज्जन पुरुष की मिसाल कैसे पेश की जाती है... वो इन तस्वीरों से मसझा जा सकता है... इस वीडियो में एक दूसरे को नौंच खाने को उतारू दिख रहे ये लोग कोई मिल में काम करने वाले मजदूर नहीं हैं... ये लोग कोई सड़क पर रेहड़ी लगाने वाले फल-सब्जी विक्रेता नहीं हैं... बल्कि ये माननीय हैं.. एक समाजवादी पार्टी से, तो दूसरे हैं बीजेपी के माननीय... सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें दो विधायक आपस में उलझते नजर आ रहे हैं.
इस वीडियो में दूसरे नेता को भाषा की मर्यादा सिखाने वाले मुगलसराय से बीजेपी विधायक रमेश जायसवाल हैं... जो सपा सकलडीहा से सपा विधायक प्रभुनारायण यादव को सलीका सिखा रहे हैं... दरअसल पूरा मामला इस वीडियो से थोड़ा अलग हट कर है... इस वीडियो को समझने के लिए इस पूरे मामले को भी समझना बेहद जरूरी है... चंदौली में कलेक्ट्रेट सभागर में दिशा बैठक का आयोजन किया गया था.... इस दौरान वहां सरकार और विपक्ष दोनों के प्रतिनिधि मौजूद थे... रॉबर्ट्सगंज से सपा सांसद छोटेलाल खरवार विधायक प्रभुनारायण यादव मीटिंग में पहुंचे थे.. तो वहीं बीजेपी से सैयदराजा से विधायक सुशील सिंह और रमेश जायसवाल भी यहां मौजूद थे...
"मीटिंग के दौरान किसी बातो को लेकर सपा सांसद छोटेलाल, बीजेपी विधायक सुशील सिंह से भिड़ जाते हैं. दोनों के बीच विवाद काफी बढ़ जाता है, तभी प्रभुनारायण यादव और रमेश जायसवाल में भी झगड़ा होने लगता है, दिशा मीटिंग में मौजूद अधिकारी समझ ही नहीं पाते कि चल क्या रहा है? देखते ही देखते नेता तू-तड़ाके तक पहुंच जाते हैं."
इस बैठक का उद्देश्य जिले के विकास कार्यों की समीक्षा करना था... लेकिन नेताजी तो केवल एक दूसरे के आचरण की समिक्षा में ही जुटे रहते हैं... जहां बात जनता के विकास की होनी थी वहां बात एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप की होकर रह जाती है.... और बेचारी जनता एक बार फिर खुद को इन नेताओं के हाथों ठगा महसूस करती है... इस झगड़े की जड़ समाजवादी पार्टी के वीधायक को बताया जा रहा है...
"बीजेपी विधायकों का आरोप है कि सपा विधायक प्रभुनारायण ने बीजेपी के विधायक रमेश जायसवाल का अपमान किया. क्योंकि वो पिछड़ी जाति से आते हैं. इसीलिए बीजेपी नेताओं की तरफ से बैठक का बहिष्कार कर दिया गया. हालांकि कुछ समय बाद वो दोबारा बैठक में शामिल भी हो गए."
लेकिन इस बैठक में विकास की बात विवाद पर ही अटक कर रह गई... और नेताओं की ऐसी तस्वीर लोगों के सामने निकल कर आई की हर कोई हैरान है... लोग इस वीडियो को देखने के बाद सोचने पर मजबूर हैं... कि अगर घर के छोटे-छोटे बच्चों को विधायक या सांसद बनाया जाए तो क्या वो इन माननीयों से ज्यादा प्रेम से काम नहीं करेंगे... और यही वजह है कि आज पूरे उत्तर प्रदेश में इन नेताओं का आचरण चर्चा का विषय बना हुआ है...