नई दिल्ली: राजद नेता तेजस्वी यादव की रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल होने का विवाद तेज हो गया है. इस घटना पर बेगूसराय से सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने तेजस्वी पर सीधी चोट की है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर संबंधित वीडियो शेयर करते हुए इसे बिहार की महिलाओं और स्थानीय पहचान का अपमान करार दिया.
गिरिराज सिंह ने टिप्पणी की कि पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सभा में ही पीएम की मां के लिए ऐसी भाषा का सहारा लिया गया था. अब राजद के युवा नेता तेजस्वी की मंच से भी यही दोहराया गया. वीडियो पोस्ट करते हुए उन्होंने लिखा कि जब हम लालू प्रसाद के शासनकाल को अराजकता कहते हैं, तो आप नाराज हो जाते हैं. लेकिन हमारे पीएम मोदी की मां को लालू के वारिस के मंच से ऐसी बेइज्जती सहनी पड़ रही है.
आप सुधारने की बजाय उसी पुरानी मानसिकता में जी रहे हैं. बिहार की जनता आगामी विधानसभा चुनावों में इसका हिसाब चुकता करेगी. सिंह ने आगे कहा कि यह घटना राहुल गांधी वाले वाकये की याद दिलाती है. लगता है 1990 के दशक की अराजकता की छाप अभी भी तेजस्वी पर बरकरार है. मंचों से निकलने वाली यह भाषा न केवल मोदी की मां का अपमान है, बल्कि बिहार की लाखों माताओं और पूरे राज्य की गरिमा पर प्रहार है.
इस मामले पर उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने इसे बेहद दुखद बताया और कहा कि लालू परिवार अब लोकतंत्र के लिए एक काला धब्बा बन चुका है. स्पष्ट है कि यह परिवार ही पीएम मोदी की मां के लिए ऐसी भाषा का इस्तेमाल करवा रहा है. बीजेपी आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने भी इसकी आलोचना की. उन्होंने कहा कि पातेपुर क्षेत्र की राजद सभा में पीएम की मां के लिए बेहद घृणित शब्दों का प्रयोग हुआ.
तेजस्वी मंच पर मौजूद थे, लेकिन उन्होंने अपने समर्थकों को ऐसा करने से रोका नहीं. पहले बिहार कांग्रेस ने अपने आधिकारिक हैंडल से ऐसा ही वीडियो शेयर किया था, और अब राजद ने पीएम की स्वर्गवासी मां के लिए यह किया.केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने वीडियो को साझा करते हुए नाराजगी जताई. उन्होंने कहा कि गाली-गलौज में माहिर तेजस्वी और उनके साथियों की एक और शर्मसार करने वाली करतूत सामने आ गई है.
यह प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ हार की निराशा से उपजी है. तेजस्वी और राजद को याद रखना चाहिए कि उनका व्यवहार और चरित्र सबके सामने बेनकाब हो चुका है. देश-बिहार की जनता देख रही है, और इसका कड़ा जवाब मिलेगा. अब सीमा पार हो गई है. 14 करोड़ बिहारियों की भावनाओं को ठेस पहुंचाना महंगा साबित होगा.वहीं, राजद ने पूरे प्रकरण को राजनीतिक साजिश करार दिया. पार्टी के प्रवक्ता चितरंजन गगन ने कहा कि तेजस्वी की बिहार अधिकार यात्रा से भाजपा डर गई है, इसलिए वह तरह-तरह के हथकंडे अपना रही है. तेजस्वी और उनकी यात्रा को बदनाम करने की कोशिश हो रही है.