नई दिल्ली: बिहार विधानसभा को लेकर एनडीए दलों में सीटों का बंटवारा हो चुका है. बीजेपी और जेडीयू को 101-101 सीटें मिलेंगी. चिराग पासवान की एलजेपी(आरवी) को 29 सीटें, केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा(एस) को 6 और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) को भी 6 सीटें दी गईं. HAM पार्टी के मुखिया जीतन राम मांझी और RLM प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने नाराजगी जताई है.
मांझी ने कल कहा था कि 6 सीटें मिलने से संतुष्टि नहीं हुई, क्योंकि वे कम से कम 15 चाहते थे. उन्होंने एनडीए पर कम करने का आरोप लगाते हुए नतीजों की चेतावनी दी थी. हालांकि पीएम नरेंद्र मोदी पर भरोसा जताते हुए कहा था कि बिहार में बहार होगी, नीतीश संग मोदी की सरकार होगी. पटना जाने से पहले एक्स पर मांझी ने पोस्ट कर लिखा था, ''मैंने पहले कहा था और आज फिर कह रहा हूं. मैं, जीतन राम मांझी, अपनी आखिरी सांस तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ रहूंगा. बिहार में बहार होगी, नीतीश संग मोदी की सरकार होगी."
वहीं आज उपेंद्र कुशवाहा ने ट्वीट कर खुलकर नाराजगी जाहिर कर दी है. उन्होंने ट्वीट में लिखा, ''आप सभी से क्षमा चाहता हूं. आपके मन के अनुकूल सीटों की संख्या नहीं हो पायी. मैं समझ रहा हूं, इस निर्णय से अपनी पार्टी के उम्मीदवार होने की इच्छा रखने वाले साथियों सहित हजारों - लाखों लोगों का मन दुखी होगा. आज कई घरों में खाना नहीं बना होगा. परन्तु आप सभी मेरी एवं पार्टी की विवशता और सीमा को बखूबी समझ रहे होंगे. किसी भी निर्णय के पीछे कुछ परिस्थितियां ऐसी होती हैं जो बाहर से दिखतीं हैं मगर कुछ ऐसी भी होती हैं जो बाहर से नहीं दिखतीं. हम जानते हैं कि अन्दर की परिस्थितियों से अनभिज्ञता के कारण आपके मन में मेरे प्रति गुस्सा भी होगा, जो स्वाभाविक भी है. आपसे विनम्र आग्रह है कि आप गुस्सा को शांत होने दीजिए, फिर आप स्वयं महसूस करेंगे कि फैसला कितना उचित है या अनुचित. फिर कुछ आने वाला समय बताएगा. फिलहाल इतना ही.''

एक अन्य ट्वीट में उपेंद्र कुशवाहा ने लिखा, '' आज बादलों ने फिर साजिश की, जहां मेरा घर था वहीं बारिश की. अगर फलक को जिद है बिजलियां गिराने की, तो हमें भी जिद है वहीं पर आशियां बसाने की. इन ट्वीट्स के बाद विशेषज्ञ अंदाजा लगाने लगे हैं कि बिहार एनडीए में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है.