अग्निवीर योजना को लेकर लोकसभा में पक्ष और विपक्ष में जमकर हंगामा हुआ. नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने एक अग्निवीर की शहादत का जिक्र करते हुए कहा अग्निवीर यूज एंड थ्रो मजदूर है, सरकार की तरफ से उन्हें शहीद का दर्जा नहीं दिया जाता. इसी बीच राजनाथ सिंह ने राहुल गांधी के बयान को गलत बताते हुए सदन को गुमराह करने का आरोप लगाया.

उन्होंने कहा कि सरहद पर अगर कोई अग्निवीर मारा जाता है तो उसे एक करोड़ रुपये मिलता है. जिस पर पलटवार करते हुए नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि सच्चाई क्या है, ये अग्निवीर जानता है. इसी बीच अमित शाह ने पलटवार करते हुए इस पर कहा कि इसका सत्यापन किया जाना चाहिए और अगर वह साबित नहीं करते हैं तो राहुल गांधी को देश से माफी मांगनी चाहिए.

दरअसल, राहुल गांधी ने सदन में कहा कि बारूदी सुरंग की वजह से एक अग्निवीर जवान शहीद हो गए थे, जिसे मैं शहीद कह रहा हूं, लेकिन भारत सरकार और नरेंद्र मोदी उसे शहीद नहीं कहते हैं. उसे सिर्फ अग्निवीर कहते हैं. उसे पेंशन नहीं मिलेगी. उस घर को मुआवजा नहीं मिलेगा और शहीद का दर्ज भी नहीं दिया जाएगा, जो चिंता की बात है.
राहुल गांधी ने कहा कि भारत के एक आम जवान को तो पेंशन मिलेगी लेकिन, एक अग्निवीर को जवान नहीं कहा जा सकता है. उन्होंने कहा कि अग्निवीर यूज एंड थ्रो मजदूर हैं. उसे आप सिर्फ 6 महीने की ट्रेनिंग देते हैं और फिर दूसरी तरफ 5 साल की ट्रेनिंग लिए चीन के जवान के सामने खड़ा कर देते हैं. इसी बीच रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भी खड़े होकर राहुल गांधी को जवाब देते हैं.

राजनाथ सिंह ने कहते हैं कि गलतबयानी करके सदन को गुमराह नहीं करनी चाहिए. मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि युद्ध या सीमा सुरक्षा के दौरान अगर किसी अग्निवीर की मौत होती है तो उसके परिवार वालों को 1 कोरड़ रुपए की सहायता राशि दी जाती है. वहीं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि राहुल गांधी को देश से माफी मांगनी चाहिए, क्योंकि सदन झूठ बोलने की जगह नहीं है. राहुल गांधी को इसका सत्यापन करना चाहिए.