Wayanad landslide: पहले ही दे दी गई थी चेतावनी, सीरियस नहीं हुई केरल सरकारः अमित शाह

Global Bharat 31 Jul 2024 07:57: PM 2 Mins
Wayanad landslide: पहले ही दे दी गई थी चेतावनी, सीरियस नहीं हुई केरल सरकारः अमित शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को कहा कि अगर केरल सरकार संभावित भूस्खलन और लोगों की जान के जोखिम के बारे में केंद्र सरकार की चेतावनी के बाद सतर्क हो जाती तो वायनाड में नुकसान को कम किया जा सकता था. उन्होंने कहा कि पार्टी की राजनीति से इतर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार केरल के लोगों के साथ खड़ी रहेगी. इसी बीच केरल राजस्व विभाग ने जानकारी दी है कि वायनाड भूस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 158 हो गई है.

राज्यसभा में बोलते हुए केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने कहा कि पहले से चेतावनी दी गई थी, इसीलिए 23 जुलाई को हमने एनडीआरएफ की 9 टीमें भेजीं और कल तीन और भेजी गईं. अगर एनडीआरएफ की टीमें उसी दिन सतर्क हो जातीं, जिस दिन वे उतरीं, तो बहुत कुछ बचाया जा सकता था. लेकिन यह सरकार और केरल के लोगों के साथ खड़े होने का समय है. पार्टी की राजनीति से परे, नरेंद्र मोदी सरकार केरल के लोगों के साथ खड़ी रहेगी.

उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार ने घटना से 7 दिन पहले केरल सरकार को पूर्व चेतावनी भेजी थी और फिर 24, 25 और 26 जुलाई को भी चेतावनी दी गई. उन्होंने केरल सरकार से सवाल किया, "इस पूर्व चेतावनी प्रणाली के तहत, 23 जुलाई को मेरे निर्देश पर, एनडीआरएफ की 9 टीमें केरल भेजी गईं, क्योंकि वहां भूस्खलन की आशंका थी... केरल सरकार ने क्या किया? शाह ने कहा कि क्या लोगों को स्थानांतरित किया गया? और अगर उन्हें स्थानांतरित किया गया तो उनकी मौत कैसे हुई?

वहीं, वायनाड में भूस्खलन प्रभावित चूरलमाला में खोज और बचाव अभियान जारी है. फिलहाल, भारतीय सेना, डीएससी केंद्र, प्रादेशिक सेना, एनडीआरएफ, भारतीय नौसेना और आईएएफ के 1200 बचावकर्मी यहां तैनात हैं. पैरा रेजिमेंटल ट्रेनिंग सेंटर के कमांडेंट ब्रिगेडियर अर्जुन सीगन ने कहा कि बुधवार को एनडीआरएफ, सेना, राज्य पुलिस, वन अधिकारियों और स्वयंसेवकों के 500 से 600 जवान बचाव अभियान चला रहे हैं. इससे पहले आज, भारतीय सेना ने अपने बचाव अभियान को तेज कर दिया और प्रभावित क्षेत्रों से 1,000 से अधिक लोगों को सफलतापूर्वक सुरक्षित निकाल लिया.

सेना की दक्षिणी कमान ने कहा कि मानव निर्मित पुलों और मानवीय प्रयासों का उपयोग करके अब तक 1,000 से अधिक कर्मियों को बचाया गया है. प्रतिकूल जलवायु परिस्थितियों और खराब दृश्यता के बावजूद, भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टरों ने भी वायनाड में खोज और बचाव अभियान चलाया और जमीन की एक संकरी पट्टी से फंसे लोगों को बचाया.

बता दें कि मंगलवार की सुबह केरल के वायनाड में कम से कम दो बड़े भूस्खलन हुए, जिससे व्यापक विनाश हुआ. पहला मुंदक्कई, एक शहर में और दूसरा चूरलमाला में हुआ. बड़े पैमाने पर भूस्खलन ने क्षेत्र में तबाही मचा दी, घरों और सड़कों को नुकसान पहुंचाया, पेड़ उखड़ गए और जल निकायों में बाढ़ आ गई, जिससे बचाव अभियान में बाधा आई. राहत और बचाव कार्य फिलहाल जारी हैं.

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