लखनऊ : उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के पिपराइच थाना क्षेत्र के जंगल धूषण गांव में 15 सितंबर की रात हुई दर्दनाक घटना ने पूरे इलाके को दहला दिया था. इस वारदात में NEET की तैयारी कर रहे छात्र दीपक गुप्ता की हत्या कर दी गई. वहीं, उसी रात ग्रामीणों के हत्थे चढ़े एक पशु तस्कर की शुक्रवार सुबह इलाज के दौरान मौत हो गई. मृतक की पहचान बिहार के गोपालगंज निवासी अजहर उर्फ अजब हुसैन के रूप में हुई है.
जानकारी के अनुसार 15 सितंबर रात करीब 11:30 बजे दो पिकअप गाड़ियों से लगभग 12 से 15 की संख्या में पशु तस्कर मऊआचापी गांव पहुंचे थे.उनका निशाना गांव स्थित दुर्गेश गुप्ता की फर्नीचर की दुकान थी..दुकान का ताला तोड़ने की कोशिश के दौरान वहां मौजूद दुर्गेश गुप्ता के भांजे ने दीपक गुप्ता दे दी. सूचना के बाद दीपक तुरंत स्कूटी लेकर मौके पर पहुंचा और पीछे से काफी संख्या में ग्रामीण भी आ गए. ग्रामीणों को देख तस्कर भागने लगे, लेकिन भीड़ ने उनमें से एक तस्कर को दबोच लिया.
इसी दौरान भाग रहे तस्करों की गाड़ी का दीपक ने पीछा किया. आरोप है कि तस्करों ने दीपक को गाड़ी में खींच लिया और बेरहमी से हत्या कर चार किलोमीटर दूर उसका शव सड़क किनारे फेंक दिया. घटना के बाद गुस्साई भीड़ ने पकड़े गए तस्कर अजहर की जमकर पिटाई की और उसे गांव के मंदिर में बंद कर दिया. इस दौरान पुलिस टीम मौके पर पहुंची और उसे किसी तरह भीड़ से छुड़ाकर अस्पताल में भर्ती कराया. हालांकि, इलाज के दौरान शुक्रवार को उसकी मौत हो गई.
इस घटना के बाद हालात बेहद ही बेकाबू हो गए. पकड़े गए तस्कर को छुड़ाने पहुंचे नॉर्थ एसपी और एक दारोगा ग्रामीणों के हमले में घायल हो गए. आक्रोशित ग्रामीणों ने गोरखपुर-पिपराइच रोड को जाम कर दिया और पुलिस पर पथराव भी किया. घटना के बाद पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए अभियान चलाया और गोरखपुर व कुशीनगर पुलिस की संयुक्त टीम ने बुधवार को कुशीनगर में तीन तस्करों रहीम, छोटू और राजू को एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार किया. अभी भी दो अन्य आरोपी अभी फरार हैं.
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