नई दिल्ली: कानपुर के सचेंडी क्षेत्र में 311 दिन बाद एक सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा हुआ. यहां पत्नी लक्ष्मी और उसके भांजे अमित ने मिलकर शिवबीर सिंह की हत्या कर लाश को बगीचे में दफना दिया. लक्ष्मी का अपने भांजे अमित के साथ अवैध संबंध था. इस रिश्ते को बनाए रखने के लिए दोनों ने शिवबीर को रास्ते से हटाने की साजिश रची. आरोपी महिला ने कहा कि उसका पति रोज उसके साथ मारपीट करता था, इसलिए यह कदम उठाया.
30 अक्टूबर 2024 की रात, छोटी दिवाली पर, लक्ष्मी ने शिवबीर को नशीली चाय पिलाई. बेहोशी में अमित और लक्ष्मी ने लोहे की रॉड से उसके सिर पर वार कर हत्या कर दी. फिर लाश को बगीचे में गड्ढे में दफनाकर 12 किलो नमक डाला, ताकि वह सड़ जाए और राज छिपा रहे.
लक्ष्मी बच्चों को झूठ बोलती रही कि उनके पिता गुजरात गए हैं. लेकिन शिवबीर की मां सावित्री को बहू और भांजे पर शक था. उनकी लगातार शिकायतों को पुलिस ने पहले अनसुना किया, पर 19 अगस्त 2025 को पुलिस कमिश्नर से गुहार के बाद जांच शुरू हुई. लक्ष्मी की कॉल डिटेल्स से अमित के साथ लगातार संपर्क का खुलासा हुआ. पुलिस ने अमित को हिरासत में लिया, जिसने पूछताछ में हत्या कबूल ली.
लक्ष्मी ने भी गुनाह स्वीकार किया. उनकी निशानदेही पर बगीचे की खुदाई में हड्डियां और कपड़े मिले, जिन्हें शिवबीर के बेटे ने पहचाना. फॉरेंसिक जांच के लिए अवशेष भेजे गए. शिवबीर की बहन और मां का दर्द थाने में छलक पड़ा. एसीपी शेखर कुमार ने बताया कि दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और कानूनी कार्रवाई जारी है. यह मामला गांव में अवैध रिश्तों के खतरनाक अंजाम की मिसाल बन गया.