नई दिल्ली: दिल्ली के रोहिणी में बुधवार (22-23 अक्टूबर 2025) तड़के 2:20 बजे दिल्ली पुलिस और बिहार पुलिस की संयुक्त टीम के साथ मुठभेड़ में बिहार के चार अपराधी मारे गए. ये अपराधी बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले अशांति फैलाने की साजिश रच रहे थे. मारे गए अपराधियों की पहचान रंजन पाठक (25), बिमलेश महतो उर्फ बिमलेश साहनी (25), मनीष पाठक (33) और अमन ठाकुर (21) के रूप में हुई.
पुलिस के अनुसार, ये सभी बिहार में कई गंभीर अपराधों, जैसे हत्या, में वांछित थे. रंजन पाठक, जो सीतामढ़ी का कुख्यात गैंगस्टर था, अपने गिरोह "सिग्मा एंड कंपनी" के साथ मिलकर बिहार में हिंसा फैलाने की योजना बना रहा था. यह गिरोह नेपाल से संचालित होता था और नेपाल सीमा के पास अपराध करता था. हाल ही में एक ऑडियो कॉल से पुलिस को उनकी साजिश का पता चला, जिसमें वे चुनाव से पहले बिहार में दहशत फैलाने की बात कर रहे थे.
बिहार के डीजीपी ने बताया कि इस गिरोह ने सीतामढ़ी में पांच हत्याएं कर डर का माहौल बना दिया था. इनमें ब्रह्मर्षि समाज के जिला अध्यक्ष गणेश शर्मा की हत्या भी शामिल थी, जो 20-25 दिन पहले हुई थी. पुलिस इनकी तलाश कर रही थी और सूचना मिली कि हत्याओं के बाद ये दिल्ली में छिपे थे. इसके बाद दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया गया, जिसमें चारों अपराधी मारे गए.
डीजीपी ने कहा कि रंजन पाठक और उसका गिरोह पिछले छह साल से सक्रिय था और किराए के हत्यारे के रूप में काम करता था. इस गिरोह ने सीतामढ़ी में कई हत्याएं कर लोगों में दहशत फैलाई थी. रंजन पाठक अपनी क्रूरता के लिए कुख्यात था और हत्याओं के बाद उसने मीडिया को अपनी जानकारी भी भेजी थी.पुलिस ने इस मुठभेड़ को बिहार में शांति बनाए रखने की दिशा में बड़ी कामयाबी बताया.