भोपाल : मध्य प्रदेश के अशोकनगर जिले में पुलिस व बीजेपी नेता के बीच टकराव का मामला सामने आया है. जिला पंचायत अध्यक्ष राव अजय प्रताप सिंह यादव ने मुख्यमंत्री मोहन यादव को पत्र लिखा है. पत्र के माध्यम से ईसागढ़ थाना प्रभारी मीना रघुवंशी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने पत्र में मांग की है कि थाना प्रभारी को तत्काल पद से हटाकर अन्यत्र भेजा जाए. वरना क्षेत्र में जन आंदोलन की स्थिति उत्पन्न हो सकती है.
अजय यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि थाना प्रभारी मीना रघुवंशी निरंकुश ढंग से काम कर रही हैं. वहीं, स्थानीय विधायक के संरक्षण में भ्रष्टाचार में लिप्त हो गई है. उनके अनुसार थाना प्रभारी लोगों को झूठे मुकदमों में फंसाकर अवैध वसूली कर रही हैं. साथ ही क्षेत्र में जुआ, सट्टा, शराब, गांजा, चरस और रिश्वतखोरी जैसी अवैध गतिविधियों को भी बढ़ावा दिया जा रहा है. पंचायत अध्यक्ष का कहना है कि लगातार क्षेत्र के लोग उनके पास शिकायत लेकर आ रहे हैं, जिससे आमजन में असंतोष बढ़ रहा है.
बता दें कि मीना रघुवंशी चंदेरी से भाजपा विधायक जगन्नाथ सिंह रघुवंशी के भतीजे शिवप्रताप रघुवंशी की पत्नी हैं. विधायक जगन्नाथ सिंह अविवाहित हैं और अपने भतीजे को राजनीतिक उत्तराधिकारी के रूप में सक्रिय कर रहे हैं. शिवप्रताप क्षेत्र में सामाजिक और राजनीतिक मंचों पर सक्रिय रहते हैं. 2023 के विधानसभा चुनाव में जगन्नाथ सिंह ने कांग्रेस प्रत्याशी गोपाल सिंह चौहान को हराकर जीत दर्ज की, इसके बाद मीना रघुवंशी को ईसागढ़ थाने की जिम्मेदारी सौंपी गई.
जिला पंचायत अध्यक्ष अजय यादव, जो वार्ड संख्या 5 से निर्वाचित हैं. उनका इलाका ईसागढ़ थाना क्षेत्र में ही आता है. उनका कहना है कि जनता का भरोसा टूट रहा है और यदि शासन-प्रशासन ने समय रहते कार्रवाई नहीं की तो स्थिति ज्यादा खराब हो सकती है. इस पूरे मामले पर अब सबकी नजर सरकार और उच्चाधिकारियों के निर्णय पर टिकी हुई है.