नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले में एक हैरान करने वाली घटना ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है, जहां एक भाजपा नेता ने झूठे बलात्कार के आरोप गढ़कर पैसे ऐंठने की कोशिश की. गुरुवार को नए बस स्टैंड के पास जय श्रीराम ट्रैवल्स दफ्तर में छुट्टू महाराज के नाम से मशहूर बृजेंद्र दुबे को 30 हजार रुपए लेते हुए पुलिस ने दबोच लिया. उसी रात उसे थाने से रिहा कर दिया गया, और शुक्रवार को वह पीड़ित के घर जाकर शिकायत वापस न लेने पर धमकी देने लगा. डरते हुए पीड़ित ने दोबारा पुलिस में शिकायत की है.
कहानी की शुरुआत धनारे कॉलोनी के रहने वाले राजेश जैन से हुई, जिन्हें छुट्टू महाराज ने फोन करके अपने ऑफिस बुलाया. वहां पहुंचते ही उसे डराया गया कि एक महिला ने उसके खिलाफ थाने में रेप की शिकायत कर दी है. बचाव के नाम पर दो लाख रुपए की डिमांड रखी गई, और इस साजिश में पूना बाई चौधरी व संदीप राजपूत भी शामिल थे. राजेश ने तुरंत पुलिस व वकीलों के संगठन को खबर दी, जिसके बाद अधिकारियों ने जाल रचा. जैसे ही राजेश ने 30 हजार का लिफाफा आरोपी को थमाया, छापा मारकर छुट्टू को हिरासत में ले लिया.
दिलचस्प बात ये कि यह नेता 2022 में भाजपा के समर्थन से मुशरान वार्ड का पार्षद चुनाव भी लड़ चुका है. गिरफ्तारी के महज कुछ घंटों बाद ही आरोपी को छोड़ दिया गया, जिसके बाद वह अगले दिन पीड़ित के दरवाजे पर धमकाने पहुंच गया. राजेश ने एसपी को पत्र लिखकर अपनी जान-माल की हिफाजत की मांग की है. स्टेशनगंज थाने के इंचार्ज रत्नाकर हिंग्वे के अनुसार, छुट्टू उर्फ बृजेंद्र दुबे, संदीप राजपूत व पूना बाई चौधरी के खिलाफ बीएनएस की धारा 308(2) व 3(5) में केस दर्ज हो चुका है, और पूछताछ जारी है.
इस मामले ने राजनीतिक रंग ले लिया है, जहां कांग्रेस ने एक्स पर आरोपी के पकड़े जाने का वीडियो पोस्ट कर भाजपा को घेरा. पार्टी ने टिप्पणी की कि मध्य प्रदेश में भाजपाई कोई भी बदमाशी न करें, तो आश्चर्य होता है, हर घोटाले या ठगी में कहीं न कहीं उनका कोई नुमाइंदा फंस ही जाता है. नरसिंहपुर की यह घटना सत्ता के रुतबे का दुरुपयोग दर्शाती है, जहां नेता वसूली को हथियार बना बैठे हैं.