"मेरे बयान को गलत संदर्भ में लिया गया..." सुवेंदु ने "अल्पसंख्यक मोर्चा की कोई जरूरत नहीं" वाली टिप्पणी पर दिया स्पष्टीकरण

Global Bharat 17 Jul 2024 05:04: PM 2 Mins

भारतीय जनता पार्टी (BJP) नेता सुवेंदु अधिकारी ने "अल्पसंख्यक मोर्चा की कोई जरूरत नहीं" वाली टिप्पणी पर अब स्पष्टीकरण दिया है. उन्होंने कहा है कि मेरे बयान को गलत संदर्भ में लिया गया है. बता दें कि इस बयान के देने के बाद लोक सुवेंदु को लेकर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं. दरअसल, पश्चिम बंगाल में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने अपनी पार्टी से अल्पसंख्यक मोर्चा को भंग करने का आग्रह करते हुए कहा था कि उन्होंने लंबे समय तक "सबका साथ सबका विकास" का नारा दिया है, लेकिन अब समय आ गया है कि कहा जाए, "जो हमारे साथ, हम उनके साथ हैं.

उन्होंने कहा कि मैंने राष्ट्रवादी मुसलमानों के बारे में बात की थी और आपने भी कहा था 'सबका साथ, सबका विकास', लेकिन मैं अब यह नहीं कहूंगा. इसके बजाय, अब हम कहेंगे, 'जो हमारे साथ, हम उनके साथ हैं'. यह 'सबका साथ, सबका विकास' बंद करो. अल्पसंख्यक मोर्चा की कोई जरूरत नहीं है. सुवेंदु अधिकारी ने कहा है कि 'सबके साथ, सबका विकास' का नारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गढ़ा है और भाजपा ने विभिन्न अभियानों में इसे लोकप्रिय बनाया है.

वरिष्ठ भाजपा नेता ने यह भी दावा किया कि हिंदू और संविधान को बचाने की लड़ाई जारी रहेगी और उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं से उनका समर्थन करने का आग्रह किया. अधिकारी ने कहा कि मैंने जो कहना था, वह कह दिया है. लड़ाई जारी रहेगी. क्या आप सभी हमारे साथ जुड़ेंगे? क्या हम पहले की तरह मिलकर लड़ेंगे? हम जीतेंगे. हम ही हिंदुओं को बचाएंगे और संविधान को भी बचाएंगे.

सुवेंदु अधिकारी ने लगाए गंभीर आरोप

बता दें कि हाल ही में हुए विधानसभा उपचुनावों में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) के हाथों भाजपा को सभी चार सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था. पश्चिम बंगाल में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने रविवार को आरोप लगाया कि 50 लाख से अधिक "हिंदुओं" को लोकसभा चुनाव में वोट नहीं देने दिया गया और दो लाख से अधिक लोगों को उपचुनावों में मतदान करने से रोका गया. अधिकारी ने एएनआई से कहा कि वह इसके खिलाफ कानूनी लड़ाई शुरू करेंगे.

कहा- बंगाल में लोकतंत्र मर चुका है

उन्होंने कहा कि बंगाल में लोकतंत्र मर चुका है. अधिकारी ने कहा है कि हमने आज एक जन आंदोलन शुरू किया है, क्योंकि लोकसभा चुनाव में करीब 50 लाख हिंदुओं को वोट नहीं डालने दिया गया और हाल ही में हुए 4 उपचुनावों में 2 लाख से ज़्यादा हिंदुओं को वोट नहीं डालने दिया गया. अधिकारी ने कहा कि मैं एक पोर्टल शुरू कर रहा हूं. जिन लोगों को वोट नहीं डालने दिया गया, वे अपना पंजीकरण करा सकते हैं और पूरी गोपनीयता सुनिश्चित की जाएगी. मैं कानूनी लड़ाई भी शुरू करूंगा. हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनावों में भाजपा 18 से 12 सीटों पर सिमट गई. पश्चिम बंगाल में टीएमसी ने 42 में से 29 सीटें जीती थीं.

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