उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath) ने भेड़ियों के हमले से प्रभावित परिवारों से मिलने के लिए रविवार को बहराइच जिले का दौरा किया. उन्होंने स्थानीय लोगों को आश्वासन दिया कि प्रशासन इस मुद्दे पर 'ऑपरेशन भेड़िया' (Operation Wolf) के तहत तब तक काम करेगा जब तक कि जिला खतरे से मुक्त नहीं हो जाता. रविवार को एक सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी (CM Yogi Adityanath) ने कहा कि भेड़ियों के हमलों के कारण कुछ लोग हताहत हुए हैं.
पिछले दो महीनों से भेड़ियों के आतंक के कारण कुछ मौतें हुई हैं और कुछ बच्चे भी घायल हुए हैं. जब मुझे पहली बार इस बारे में जानकारी मिली, तो मैंने तुरंत प्रशासन को अभियान चलाने का निर्देश दिया. CM योगी ने कहा कि कभी-कभी भेड़िये शिकार की तलाश में मानव बस्तियों में आ जाते हैं. पहली घटना 17 जुलाई को सरयू नदी में जलस्तर बढ़ने के बाद देखी गई थी.
इसके बाद संबंधित मंत्रियों और वन विभाग के अधिकारियों को टीम के साथ बहराइच भेजा गया. CM ने कहा कि वन विभाग की एक टीम है, जिसकी प्राथमिकता जानवर को बचाना है, लेकिन बहराइच जिले में भेड़ियों के बढ़ते हमलों के बीच अंतिम उपाय के रूप में देखते ही गोली मारने के आदेश भी हैं. जनता से बात करते हुए CM योगी ने भेड़ियों के हमलों के मद्देनजर राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कदमों पर प्रकाश डाला और कहा कि बेहतर समन्वय के साथ काम किया गया है और मानव-वन्यजीव संघर्ष को आपदा के रूप में वर्गीकृत किया गया है.
CM योगी ने कहा कि कुछ लोगों के घरों में दरवाजे नहीं थे, इसलिए प्रशासन ने उनके घरों में दरवाजे लगवाए हैं. मैंने एक सर्वे भी किया है. स्थिति सामान्य है और राज्य सरकार संबंधित टीमों के साथ तब तक काम करेगी जब तक यह जिला खतरे से मुक्त नहीं हो जाता. इस बीच, वन विभाग के अधिकारी 'ऑपरेशन भेड़िया' अभियान के तहत छठे 'हत्यारे' भेड़िये को पकड़ने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं.
इस अभियान के तहत राज्य में छह भेड़ियों के झुंड को पकड़ा गया है, जिन्होंने इस साल जुलाई से अब तक नौ लोगों की जान ली है और 50 लोगों को घायल किया है. बहराइच के प्रभागीय वनाधिकारी (डीएफओ) अजीत सिंह ने शुक्रवार को कहा था कि इन खेतों में पानी नहीं था और बारिश नहीं हुई है, फिर भी इन खेतों में पानी बढ़ रहा है. इसलिए, इसने (भेड़ियों के) आवागमन के क्षेत्र को सीमित कर दिया है.