नई दिल्ली: चायल विधानसभा सीट से विधायक पूजा पाल को समाजवादी पार्टी (सपा) ने पार्टी से निष्कासित कर दिया है. यह कार्रवाई तब हुई जब पूजा ने उत्तर प्रदेश विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा की थी. उन्होंने कहा था कि केवल योगी सरकार ने उनकी बात सुनी और उन्हें न्याय दिलाया. इस घटना के बाद पूजा ने सपा नेतृत्व पर तीखा हमला बोला है.
शुक्रवार को सुबह अपने X अकाउंट पर पूजा ने लिखा कि उन्हें एक खास वोट बैंक को खुश करने के लिए सजा दी गई है. उन्होंने कहा, "मैंने उस खूंखार माफिया के खिलाफ लंबे समय तक संघर्ष किया, जिसने मेरे जीवन को सात दिनों में उजाड़ दिया, मेरा पति छीन लिया और मुझे डर के साये में जीने को मजबूर करने की कोशिश की. जब मैं तब नहीं झुकी, तो अब सच बोलने के लिए क्यों हार मानूं?"
पूजा ने यह भी कहा कि वह उन सभी गरीब और असहाय महिलाओं की आवाज हैं, जिन्होंने उन्हें विधानसभा में भेजा. उन्होंने जोर देकर कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में अतीक अहमद से पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. उनके मुताबिक, सही को सही कहना उनका कर्तव्य है.
सपा का निष्कासन पत्र
सपा ने पूजा पाल के निष्कासन के लिए एक आधिकारिक पत्र जारी किया, जिसमें पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के हस्ताक्षर हैं. पत्र में कहा गया है कि पूजा लंबे समय से पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल थीं. उन्हें कई बार चेतावनी दी गई, लेकिन उनकी अनुशासनहीनता जारी रही. इस कारण, उन्हें पार्टी से निष्कासित किया गया है और भविष्य में सपा के किसी भी कार्यक्रम में शामिल नहीं किया जाएगा.