पंजाब में बड़ी संख्या में फगवाड़ा की ओर बढ़े किसान, जानें क्या है मांग

Global Bharat 26 Oct 2024 01:07: PM 2 Mins
पंजाब में बड़ी संख्या में फगवाड़ा की ओर बढ़े किसान, जानें क्या है मांग

पंजाब के किसानों ने शनिवार को कहा कि समय पर धान खरीद समेत कई मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ उनका विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा और राज्य के संगरूर, भटिंडा, मोगा, बटाला और गुरदासपुर में चक्का जाम आयोजित किया जाएगा. किसान पराली जलाने के लिए किसानों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई का भी विरोध कर रहे हैं. पंजाब किसान मजदूर संघर्ष समिति (PKMSC) के जिला अध्यक्ष अरनजीत सिंह ने कहा कि वे राज्य के किसानों से संबंधित मुद्दों को लेकर फगवाड़ा में एकत्र होंगे.

जिला अध्यक्ष ने कहा कि पंजाब सरकार और केंद्र सरकार दोनों को इस मुद्दे का समाधान समय पर निकालना चाहिए ताकि लोगों को सड़क नाकाबंदी (चक्का जाम) के कारण किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े. हम नहीं चाहते कि आम लोगों को किसी भी समस्या का सामना करना पड़े. हालांकि, अगर सरकार कुछ भी तय करने में असमर्थ है, तो हम सड़कों को अवरुद्ध करने के लिए मजबूर होंगे.

इस बीच, पंजाब के जालधर के किसान अन्य प्रदर्शनकारियों में शामिल हो गए और आज सुबह राजमार्ग को अवरुद्ध करने के लिए फगवाड़ा विरोध स्थल की ओर बढ़ते हुए देखे गए. पराली जलाने को लेकर किसानों पर की गई कार्रवाई पर एक वरिष्ठ किसान नेता ने कहा कि सड़कों पर फैक्ट्रियों और वाहनों से निकलने वाले प्रदूषण का जिक्र तक नहीं किया जाता, लेकिन पराली जलाने के मुद्दे को अक्सर तूल दिया जाता है.

उन्होंने पराली जलाने के नाम पर (किसानों के खिलाफ) कार्रवाई की है. प्रदूषण सिर्फ पराली जलाने की वजह से नहीं है. यह सड़कों पर कई वाहनों और फैक्ट्रियों की वजह से भी होता है. पराली जलाने से प्रदूषण का स्तर सिर्फ दो से तीन फीसदी ही होता है. फैक्ट्रियों और दूसरी चीजों से निकलने वाले प्रदूषण का जिक्र तक नहीं किया जाता. पराली जलाना किसानों को बदनाम करने का एक बहाना मात्र है, जो अनुचित है. पंजाब सरकार और केंद्र सरकार एक जैसी है. वे सिर्फ किसानों को बर्बाद करना चाहते हैं. इसलिए विरोध अनिश्चित काल तक जारी रहेगा. हम अमृतसर से फगवाड़ा जाएंगे और सड़कें जाम करेंगे.

इससे पहले PKMSC के महासचिव सरवन सिंह पंधेर ने बताया कि आज दोपहर एक बजे चार जगहों पर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार पिछले दो सालों से गोदामों में पड़े चावल के स्टॉक के बारे में पारदर्शी नहीं रही है. उन्होंने कहा कि पिछले दो सालों का चावल का स्टॉक अभी भी गोदामों में है और चावल मिलर्स का कहना है कि वे नुकसान उठाने के लिए तैयार नहीं हैं.

उन्होंने पंजाब सरकार पर जनता के सामने इस मुद्दे पर पारदर्शी न होने का आरोप लगाया. पंधेर ने कहा कि केजरीवाल हर चीज पर ट्वीट करते हैं, लेकिन धान खरीद के मुद्दे पर पोस्ट नहीं करते. पंजाबियों ने उन्हें इतना बड़ा जनादेश दिया है और इसके बावजूद उन्होंने केंद्र सरकार से बात करने और इस मुद्दे को सुलझाने का प्रयास नहीं किया है. संगरूर, मोगा, फगवाड़ा और बटला सहित चार स्थानों पर सड़क अवरोध या चक्का जाम आयोजित किया जाएगा. फुल ने कहा कि अगर मांगें पूरी नहीं हुईं तो नाकाबंदी अनिश्चित काल तक जारी रहेगी.

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