नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के बरेली शहर में शुक्रवार को सुबह करीब 4:30 बजे बॉलीवुड अभिनेत्री दिशा पाटनी के परिवार के घर के बाहर बाइक सवार दो संदिग्धों ने कई राउंड गोली चलाईं. इस घटना की जिम्मेदारी कुख्यात गैंगस्टर गोल्डी बरार और रोहित गोदारा के गिरोह ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए ले ली. पोस्ट में दावा किया गया कि यह हमला दिशा की बहन खुशबू पाटनी द्वारा धार्मिक संतों प्रेमानंद महाराज और अनिरुद्धाचार्य महाराज के कथित अपमान के बदले में किया गया. पुलिस ने जांच तेज कर दी है और हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए पांच टीमें लगा दी हैं.
यह घटना बरेली के सिविल लाइंस इलाके की विला नंबर 40 पर घटी, जहां दिशा के माता-पिता जगदीश सिंह पाटनी (रिटायर्ड डीएसपी) और पद्मा पाटनी, बहन खुशबू पाटनी (पूर्व आर्मी मेजर और वेलनेस कोच) तथा भाई सूर्यांश रहते हैं. दिशा खुद मुंबई में रहती हैं. हमले के वक्त परिवार के सदस्य सो रहे थे, और हमलावरों ने 10-12 राउंड फायरिंग की. सौभाग्य से कोई घायल नहीं हुआ, लेकिन इलाके में दहशत मच गई. दिशा के पिता ने कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई, और सीसीटीवी फुटेज की जांच चल रही है. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया कि मामला अपराध शाखा को सौंप दिया गया है, और गोल्डी बरार के नेटवर्क को लेकर अलर्ट जारी है.
हमलावर दिल्ली-लखनऊ हाईवे से शहर में दाखिल हुए, फायरिंग के बाद 7-8 मिनट में ही फरार हो गए. जांचकर्ताओं का कहना है कि हमलावरों ने पहले घर का रेकी किया था. यह हमला हाल के सोशल मीडिया विवाद से जुड़ा लग रहा है. कुछ दिनों पहले कथावाचक अनिरुद्धाचार्य महाराज ने महिलाओं और लिव-इन रिलेशनशिप पर विवादित टिप्पणी की थी. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा था कि आजकल युवक 25 साल की लड़कियों को घर लाते हैं, जो पहले कई जगहों पर 'मुंह मारकर' आती हैं. खुशबू ने इसकी कड़ी आलोचना की और अनिरुद्धाचार्य को 'एंटी-नेशनल' बताया, उनके समर्थकों को 'नामर्द' कहते हुए कहा कि ऐसे लोगों का कभी साथ न दें.
उसी समय प्रेमानंद महाराज का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें उन्होंने लिव-इन रिलेशनशिप को गलत ठहराया. कुछ लोगों ने खुशबू के बयान को दोनों संतों से जोड़ दिया, जिससे विवाद बढ़ गया. बाद में खुशबू ने सफाई दी कि उनका कमेंट सिर्फ अनिरुद्धाचार्य के लिए था, न कि प्रेमानंद महाराज के लिए, लेकिन तब तक मामला सोशल मीडिया पर गरमा चुका था.
फायरिंग के कुछ घंटों बाद फेसबुक पर एक पोस्ट वायरल हुई, जिसमें वीरेंद्र चारण और महेंद्र सारण ने गोल्डी बरार व रोहित गोदारा के नाम से जिम्मेदारी ली. पोस्ट में लिखा, 'जय श्री राम. आज खुशबू पाटनी/दिशा पाटनी के घर (विला नंबर 40, सिविल लाइंस, बरेली) पर जो फायरिंग हुई, वो हमने करवाई. उन्होंने हमारे पूज्य संतों प्रेमानंद जी महाराज और अनिरुद्धाचार्य जी महाराज का अपमान किया और सनातन धर्म को बदनाम करने की कोशिश की.'
पोस्ट में चेतावनी दी गई कि यह 'बस ट्रेलर' है, अगर दोबारा हिंदू धर्म या संतों के खिलाफ कुछ कहा, तो परिवार के सभी सदस्यों को मार दिया जाएगा. न सिर्फ दिशा-खुशबू, बल्कि पूरी फिल्म इंडस्ट्री को धमकी दी गई कि धर्म या संतों पर गलत बोलने के गंभीर नतीजे भुगतने पड़ेंगे. यह पोस्ट लॉरेंस बिश्नोई से जुड़े गोल्डी बरार गिरोह की स्टाइल से मेल खाती है, जो पहले भी कई बड़े मामलों में नाम जोड़ चुका है. परिवार की ओर से अभी कोई बयान नहीं आया, लेकिन पुलिस ने उन्हें सुरक्षा दे दी है. विशेषज्ञों का मानना है कि यह सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग से उपजी हिंसा का उदाहरण है, जो तेजी से बढ़ रही है.