Rahul Gandhi: 24 साल के अभिषेक शर्मा, 15 साल के वैभव सूर्यवंशी का डंका पूरी दुनिया में बज रहा है! 25 साल के उम्र में कुछ नेता अपने दम पर जीतकर संसद तक पहुंच जाते हैं! लेकिन 140 साल पुरानी पार्टी पर गांधी परिवार का कब्जा हो जाता है! ये नशा कुछ इस कदर बढ़ता है कि गांधी परिवार का ही बेटा प्रधानमंत्री बनेगा, इस गुमान में वो अब तक 90 चुनाव हार चुके हैं! राहुल गांधी 55 साल के हो चुके हैं, उनसे छोटे योगी आदित्यनाथ दो बार से सत्ता संभाल रहे हैं, राहुल गांधी से कहीं ज्यादा आज युवाओं की जुबान पर योगी का नाम है, अखिलेश यादव ने अपने दम पर एक राज्य में 37 सीटें जीत ली, जो राहुल गांधी से छोटे हैं, लेकिन बीते 55 साल से सोनिया गांधी अपने बच्चे को मौका दे रही हैं, और कांग्रेस पार्टी का अंत खुद हो रहा है!
राहुल गांधी अपनी मां को डांटते हैं, पार्टी नेताओं को नौकर समझते हैं, इन सभी खुलासों का आधार है! वोट चोरी पर उनके सबसे करीबी नेता ही ने बोल दिया ये राहुल गांधी का शिगूफा है! तो क्या फिर राहुल को कोर्ट के आदेश पर माफी मांगनी होगी? 2004 में राहुल गांधी ने अमेठी से पहला चुनाव लड़ा! मीडिया ने उन्हें युवराज नाम दिया, गांधी परिवार का उत्तराधिकारी बताया! मनमोहन सिंह PM बने, राहुल गांधी सियासत में ज्यादा सक्रिय नहीं दिखे, 2009 के चुनाव में राहुल गांधी फिर अमेठी से चुनाव लड़े, और उन्होंने UP में अपनी सियासत चमकाने का काम शुरू किया! राहुल गांधी से काबिल कई नेता कांग्रेस में आज भी हैं लेकिन सोनिया गांधी के एक ज़िद ने आज कांग्रेस को हाशिए पर ला दिया! युवाओं की बात करने वाले राहुल गांधी खुद युवाओं के सगे नहीं है, ये रिपोर्ट आपकी आंख खोल देगी!
लेकिन बात यहां ख़त्म नहीं होती है, राहुल गांधी की सच्चाई क्या है? क्या वो कभी देश के PM बनेंगे? उनकी वो सच्चाई जो मीडिया में छिपाई जाती है? राहुल गांधी के सामने कांग्रेस के दिग्गज नेताओं को दंडवत रहने का आदेश कौन देता है? सोनिया गांधी के नेतृत्व में राहुल गांधी को PM बनाने की कोशिश पिछले दो दशक से चल रही है! कभी कांग्रेस के ख़ास रहे हिमंता कई चौंका देने वाला खुलासां करते हैं! बात 20 साल पुरानी है...
वफादारी का मतलब क्या है? मुझे क्या गांधी परिवार ने तनख्वाह दिया? राहुल गांधी हमारे हम उम्र नेता हैं, वफादारी की बात क्यों हो रही है? वफादारी तो देश के लिए होनी चाहिए? एक बार महात्मा गांधी का सरनेम गांधी परिवार से हटाकर देखें. ये लोग कहां रहेंगे? सोनिया गांधी अपना नाम क्यों नहीं लिखती हैं, गांधी का नाम क्यो लेती हैं? गांधी परिवार कहा जाता है लेकिन ये गांधी परिवार नकली है! मैं राहुल गांधी को बचपन से जानता हूं. मैं राहुल गांधी को इंप्रेस क्यों करूं, मैं सोनिया गांधी को मिलने जाता था...राहुल गांधी से मैं क्यों मिलूं? सोनिया गांधी ने 55 साल तक ये सोचा कि हमारा बेटा अब मैच्योर हो गया, कोई 55 साल में जाकर मैच्योर होता है? राहुल गांधी लंदन जाए तो लोग कहते हैं मैच्योर हो गए, आप मुझे बताइए 55 साल में कौन समझदार होता है, फिर वो आदमी काम कब करेगा? सोनिया गांधी जी को मैं प्रणाम करता हूं, उन्होंने अपने बेटे को सिर्फ समझदार होने के लिए 55 साल दे दिया!
आज कांग्रेस वोट चोरी का दावा कर रही है? राहुल गांधी असफल ना हो जाएं, इसलिए लोकतंत्र के एक ऐसे नेता को चोर कह दीजिए जो 25 साल से कभी गुजरात तो कभी देश का चुनाव अपनी लोकप्रियता से जीत जाता है...राहुल गांधी के करीब-करीब 60 फीसदी अच्छे साथी पार्टी छोड़ चुके हैं, ज्योतिरादित्य सिंधिया, हरियाणा के दलित नेता अशोक तंवर, हिमंता खुद कभी कांग्रेस के बड़े नेता थे अब बीजेपी ने CM बनाया! सचिन पायलट की स्थिति साफ नहीं है! राहुल गांधी के नेतृत्व में ही कांग्रेस का एक बागी गुट तैयार हुआ जिसमें 23 नेता शामिल हुए, लेकिन राहुल को पार्टी का चेहरा बनाए रखा गया, सोनिया गांधी की ज़िद है वो राहुल गांधी को प्रधानमंत्री की कुर्सी देंगी चाहे उसके लिए पार्टी ख़त्म हो जाए! 2012 गुजरात विधानसभा से राहुल VS मोदी हो रहा हैं, लेकिन राहुल गांधी ख़ास परेशान नहीं कर पाए! परीक्षा में बेटा फेल हो जाए तो ये कहकर सवाल टाला नहीं जा सकता है कि प्रश्न कठिन आ गए थे! हार की जिम्मेदारी अक्सर दूसरे नेताओं पर फोड़ी जाती है, जीत का सेहरा सिर्फ राहुल गांधी के सिर पर बांधा जाता है!
कांग्रेस अपने इतिहास में कभी भी 100 सीटों के नीचे नहीं आई लेकिन राहुल गांधी के दौर में 3 बार 100 के नीचे रही, 14 में 44 सीटें थे, 19 में 52, 2024 में 99 सीटें हो गई? फिर भी अपनी हार स्वीकारने की बजाय राहुल गांधी वोट चोरी का दावा कर रहे है?
दिल्ली विश्वविद्यालय में छात्रसंघ का चुनाव हुआ, BJP की ईकाई AVBP को चार में से तीन सीटें जीती, हैदराबाद में छात्र संघ चुनाव में बीजेपी को बंपर जीत मिली ये सब यंग लड़के हैं जो राहुल गांधी के साथ नहीं गए! नरेंद्र मोदी की कुर्सी लेने के लिए राहुल युवाओं को भड़का रहे हैं पर नतीजे आज भी राहुल के ख़िलाफ़ हैं! नरेंद्र मोदी चोर है या राहुल गांधी अपनी चोरी छिपा रहे हैं? बाकी कांग्रेस के नेता और विपक्ष राहुल गांधी को फेल ना बताएं इसलिए सोनिया गांधी के इशारे पर वोट चोरी का शिफूगा छोड़ दिया गया है! सुप्रीम कोर्ट जाने के सवाल पर भाग जाते हैं, मीडिया में ड्रामा क्यों चल रहा है? अगर हिम्मत है तो सुप्रीम कोर्ट के पास जाएं? सबूत दिखाएं? कपिल सिब्बल और अभिषेक मनु सिंघवी जैसे दिग्गज वकील कहां गए? राहुल गांधी की नीतियां स्पष्ट नहीं है, कभी अडानी मुद्दा बनाते हैं, कभी मणिपुर मुद्दा बनाते हैं, कभी वोट चोरी का मुद्दा बनाते हैं, कभी राफेल की चोरी पर एजेंडा चलता है, कभी सैम पित्रोदा के सहारे देश में बांग्लादेश-नेपाल की तरह तख्तापलट के लिए युवाओं को भड़काते हैं, लेकिन देश की मूल भावना को नहीं समझ पाते हैं? नरेंद्र मोदी चोर हैं या राहुल गांधी अपनी चोरी छिपा रहे हैं ये देश की जनता तय करें!