नई दिल्ली: अलीगढ़ पुलिस ने अभिषेक गुप्ता हत्या मामले की प्रमुख संदिग्ध पूजा शकुन पांडे को गिरफ्तार कर लिया है. उसके सिर पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित था. कई दिनों की तलाश के बाद पुलिस को राजस्थान में उसका सुराग मिला, जहां से उसे हिरासत में लिया गया.
जूना अखाड़े की पूर्व महामंडलेश्वर के नाम से जानी जाने वाली पूजा उर्फ डॉक्टर अन्नपूर्णा भारती पर इल्जाम है कि उसने गैरकानूनी संबंधों और टीवीएस शोरूम में साझेदारी की जिद न मानने पर अभिषेक की जान लेने की साजिश रची. उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में 26 सितंबर की शाम को अभिषेक गुप्ता पर बाइक सवार दो हमलावरों ने फायरिंग की थी. इस केस में पूजा के पति अशोक पांडे और गोलीबारी करने वाले एक शूटर फजल को पहले ही पकड़ लिया गया है.
पूजा और अभिषेक के बीच अनैतिक रिश्ता था, और वह बार-बार दबाव डालती थी कि वह उसके साथ बंध जाए. बाद में उसने अभिषेक के शोरूम में भी हिस्सा मांगा, लेकिन जब अभिषेक ने उसका नंबर ब्लॉक कर दिया, तो गुस्से में उसने कांट्रैक्ट किलर्स को सुपारी देकर हत्या करवा दी. पूजा शकुन पांडे तब सुर्खियों में आई थी, जब इसने महात्मा गांधी के पुतले को गोली मारी थी. कुछ लोग इसे 'लेडी गोडसे' भी कहा जाता है.
दोनों परिवारों का पुराना परिचय था. अभिषेक के पिता पूजा को अपनी बेटी की तरह मानते थे और हर रक्षाबंधन पर उससे राखी बंधवाते थे. उन्होंने बेटे की बेहतर पढ़ाई के लिए उसे पूजा के पिता के पास भेजा भी था. धीरे-धीरे पूजा और अभिषेक के बीच नजदीकियां बढ़ गईं. जब परिवार को इसकी भनक लगी, तो उन्होंने पूजा से दूरी बना ली. लेकिन पूजा ने हार नहीं मानी. वह लगातार जोर देती रही कि अभिषेक उसके साथ रहे और शोरूम में उसे पार्टनर बना लें.