नई दिल्ली: महाराष्ट्र के सतारा जिले में एक सरकारी अस्पताल में कार्यरत महिला डॉक्टर ने आत्महत्या कर ली. उन्होंने अपनी हथेली पर लिखे एक सुसाइड नोट में दो पुलिसकर्मियों पर बलात्कार और मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया. पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार देर रात फलटण में एक होटल के कमरे में डॉक्टर का शव फंदे से लटका मिला, जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की.
बीड जिले की रहने वाली यह डॉक्टर फलटण तहसील के एक अस्पताल में काम करती थी. उनके सुसाइड नोट में लिखा था कि सब-इंस्पेक्टर गोपाल बडाने ने पिछले पांच महीनों में कई बार उनका बलात्कार और यौन उत्पीड़न किया, जबकि दूसरे पुलिसकर्मी प्रशांत बनकर ने उन्हें मानसिक रूप से परेशान किया. पुलिस अधिकारी ने बताया, "हमने मामला दर्ज किया है और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है. हम सुसाइड नोट में लगाए गए आरोपों की भी जांच कर रहे हैं."
महाराष्ट्र महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली चकनकर ने कहा कि हमने इस मामले को गंभीरता से लिया है और सतारा पुलिस को आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया है. आरोपियों की तलाश के लिए टीमें भेजी गई हैं.
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए सतारा पुलिस अधीक्षक से बात की और सुसाइड नोट में नामित पुलिसकर्मियों को तुरंत निलंबित करने का आदेश दिया. गृह विभाग का प्रभार संभालने वाले फडणवीस ने सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री कार्यालय ने एक बयान में यह जानकारी दी है.