गुरुग्राम: शहर के शिवाजी नगर इलाके से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. 11वीं कक्षा की एक नाबालिग छात्रा को दो युवकों ने कार में बिठाकर सुनसान पहाड़ियों पर ले जाकर गैंगरेप कर डाला. आरोपियों ने वारदात पूरी करने के बाद उसे एक मंदिर के पास पटक दिया और गायब हो गए. खुलासा हुआ कि आरोपी छात्रा के इंस्टाग्राम दोस्त थे. पुलिस ने पीड़िता के पिता की तहरीर पर मामला दर्ज कर दोनों को धर दबोचा है.
पिता ने बताया कि वे मूल रूप से बिहार के हैं और यहां एक एक्सपोर्ट कंपनी में नौकरी करते हैं. उनकी 17 वर्षीय बेटी 11वीं में पढ़ती है और रोज शाम 4:30 से 6:30 बजे तक ट्यूशन जाती है. 16 सितंबर को वह सामान्य रूप से ट्यूशन के लिए निकली, लेकिन शाम ढलते-ढलते घर नहीं लौटी. पूरे परिवार में हड़कंप मच गया. सब मिलकर उसे ढूंढने लगे. करीब रात 8 बजे वह लौटी तो आते ही फूट-फूटकर रोने लगी.
जब परिजनों ने हिम्मत जुटाकर पूछताछ की, तो छात्रा ने सिसकते हुए राज खोला. कहा कि लक्ष्य और अंकित नाम के लड़के, जो उसके इंस्टाग्राम पर दोस्त बने थे, रास्ते में मिले. दोनों ने काली कार में बिठाने का लालच दिया. बार-बार मनाने पर वह मान गई. फिर वे उसे पहाड़ी इलाके में ले गए, जहां पहले लक्ष्य ने दुष्कर्म किया. उसके बाद अंकित ने अपनी हवस मिटाई. सबकुछ खत्म होने पर उसे मंदिर के आसपास फेंक दिया.
घरवालों ने बिना देर किए बेटी को लेकर थाने का रुख किया. वहां भी वह सिसकियां भर रही थी. पुलिस ने तुरंत केस दर्ज किया और मेडिकल परीक्षण के लिए अस्पताल भेजा. डॉक्टरों ने बताया कि उसकी हालत स्थिर है. सीसीटीवी फुटेज की छानबीन से दोनों आरोपी, गांधीनगर के रहने वाले अंकित और लक्ष्य की पहचान हो गई. दोनों नाबालिग नहीं, पूरे बालिग हैं. तकनीकी सहायता से उन्हें जल्द पकड़ लिया गया.
अधिकारियों ने कहा कि अब यह पता लगाया जा रहा है कि आरोपी छात्रा से कब से वाकिफ थे और सोशल मीडिया पर उनकी चैटिंग कब शुरू हुई. साथ ही, उनके पुराने कृत्यों की पड़ताल भी हो रही है ताकि पता चले कि पहले भी ऐसी कोई हरकत तो नहीं की. यह मामला सोशल मीडिया के खतरे की एक और मिसाल बन गया है, जिससे अभिभावकों में दहशत फैल गई है.