मध्य प्रदेश के झाबुआ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई घोषणाएं करने पहुंचे थे और उसी मंच पर शिवराज सिंह चौहान, जिन्हें “मामा” और “भाई” कहा जाता है, मौजूद थे। लेकिन उस मंच पर कुछ ऐसा हुआ जिसकी किसी को उम्मीद नहीं थी।
दरअसल, जैसे ही भाषण खत्म करने के बाद मोदी चौहान की ओर बढ़े, उन्होंने हाथ जोड़कर अभिवादन किया, पर मोदी ने न तो उसका कोई जवाब दिया, ना ही उन तक पहुंचे, दोनों के बैठने में भी करीब 5 कुर्सी का फासला था। ऐसे में प्रदेश के एक पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के कद्दावर नेता का ऐसा अपमान देख उनके समर्थकों से रहा नहीं गया, वो मोदी का एक और वीडियो शेयर करने लगे, जिसमें आप साफ देख सकते हैं कि पीएम मोदी का ध्यान मंच के नीचे खड़े उस बच्चे की ओर जा रहा है, जो अपने पिता के कंधे पर बैठकर पीएम मोदी का भाषण सुन रहा था और हाथ हिलाकर उनका अभिवादन भी कर रहा था। जिसे देखकर पीएम मोदी कहते हैं बेटा मुझे आपका प्यार मिल गया।
तो सवाल है कि जब उनका ध्यान हर छोटी सी छोटी बात पर चला जाता है, तो मंच पर दो-दो बार हाथ जोड़कर कई सेकेंड तक खड़े रहे शिवराज सिंह चौहान उन्हें क्यों नहीं दिखे। क्या मोदी और मामा के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। सूत्र बताते हैं कि शिवराज सिंह चौहान सीएम नहीं बनाए जाने के बाद जनता के बीच जो बयान दे रहे हैं, उससे हाईकमान खुश नहीं हैं।कभी शिवराज ये कहते हैं कि पद क्या करेंगे तो कभी कहते हैं पद जाने के बाद लोग अलग-अलग ही व्यवहार करने लगते हैं। तो क्या उनके पास सीएम की कुर्सी नहीं है, इसलिए पीएम मोदी ने उनका अभिवादन स्वीकार नहीं किया।
सियासत में उनसे काफी कम अनुभवी मोहन यादव भी इस मंच पर पीएम मोदी के साथ थे, वो प्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री हैं, तो उनका साथ होना कोई बड़ी बात नहीं थी। पर पीएम मोदी ने शिवराज सिंह चौहान के अभिवादन पर मोदी ने ध्यान क्यों नहीं दिया, ये बड़ी बात है। कई लोग ये कह रहे हैं कि मोदी शिवराज की ओर बढ़ ही रहे थे, तभी बीच में महिला नेताओं ने आकर अभिवादन किया और फिर मोदी निकल पड़े, अब इस तस्वीर के पीछे की पूरी कहानी क्या है, वो तो पीएम मोदी और शिवराज सिंह चौहान ही बता सकते हैं। पर तस्वीर देखकर लोगों के मन में तरह-तरह के सवाल जरूर उठ रहे हैं।
जिसमें एक सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या मामा को इस तरह से इग्नोर कर बीजेपी लोकसभा चुनाव 2024 में मध्य प्रदेश की ज्यादा से ज्यादा सीटें जीत पाएंगी। इस बार मोदी ने 400 पार का जो लक्ष्य रखा है, क्या सीनियर नेताओं को दरकिनार कर इस तरह का लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। इसी रैली में मोदी ने ये भी बताया कि 370 सीटें बीजेपी कैसे जीतेगी ये भी बताया।
पर इस बयान से अलग हटकर देखें तो मध्य प्रदेश के मतदाताओं में और खासकर लाडली बहनों के बीच शिवराज की जो छवि है, वो ये बताता है कि प्रदेश की आधी आबादी को साधना है कि शिवराज को साथ लेकर ही चलना होगा। ये भी हो सकता है कि समय की कमी के कारण पीएम मोदी जल्दीबाजी में निकल गए हों, और चूंकि पूरी तस्वीर कैमरे में कैद हो गई, इसलिए अब इस पर सवाल खड़े हो रहे हैं।