Mumbai Rape Case : मुंबई में जब एक हैवान ने 15 साल की मासूम को हवस का शिकार बनाया तो सोचा ये किसे बताएगी, क्योंकि मासूम ना बोल सकती थी और ना ही सुन सकती थी. लेकिन वो ये भूल गया था कि सच अपना रास्ता खुद ढूंढ लेता है. और हुआ भी ऐसा ही कि लड़की ने बस इशारों से ही पुलिस को ऐसा कुछ बताया कि पुलिस की टीम महाराष्ट्र से उत्तर प्रदेश आई और वहां से इस दरिंदे को इसके गुनाहों की सजा दिलाने के लिए महाराष्ट्र ले गई.
पेट में दर्द होने पर चला था पता
मुंबई पुलिस ने एक 15 वर्षीय मूक-बधिर लड़की की मदद से एक जघन्य दुष्कर्म (Blind Rape Case) मामले को सुलझाया और आरोपी को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया। यह मामला 2017 का है, जब लड़की की मां ने उसे पेट दर्द की शिकायत के साथ अस्पताल में भर्ती कराया, और डॉक्टरों ने पाया कि वह चार महीने की गर्भवती है। पुलिस (Mumbai Police) ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया, लेकिन लड़की की मूक-बधिर स्थिति के कारण कोई सुराग नहीं मिल पा रहा था।
दिसंबर 2017 में क्राइम ब्रांच ने लिया केस
2017 में क्राइम ब्रांच ने मामले की जांच शुरू की और एक महिला स्पीच थेरेपिस्ट की मदद ली, जो साइन लैंग्वेज में लड़की से संवाद कर सकती थी। लड़की ने बार-बार एक निर्माणाधीन इमारत की ओर इशारा किया, जिससे पुलिस को संदेह हुआ कि इस इमारत से जुड़ा कोई व्यक्ति आरोपी हो सकता है।
इमारत के मजदूरों में निकला बलात्कारी
पुलिस ने निर्माणाधीन इमारत में काम करने वाले सभी मजदूरों की लिस्ट निकाली, जिसके बाद सब मदजूरों को लड़की के सामने बुलाया, लेकिन एक मजदूर इस लिस्ट से कम निकला, जिस पर पुलिस को शक हुआ, जब इस मजदूर को फोन किया गया तो उसका नंबर भी बंद मिला. जिसके बाद पुलिस ने ठेकेदार से संपर्क किया तो पता चला कि मजदूर अखिलेश बसफुर उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) भाग गया था। जिसके बाद पुलिस का अखिलेश पर शक और भी गहरा हो गया. मुंबई पुलिस की एक टीम उत्तर प्रदेश गई और उसे गिरफ्तार कर मुंबई लाई। कड़ी पूछताछ में उसने अपना अपराध स्वीकार किया।
इस मामले में पुलिस ने लड़की की मदद से आरोपी को पकड़ने में सफलता प्राप्त की, जो एक मिसाल के रूप में सामने आया है। मुंबई पुलिस कमिश्नर ने लड़की और जांच टीम की सराहना की है।