कोल्हापुर: उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने बुधवार को सत्तारूढ़ और विपक्षी पार्टी के सदस्यों को संयम बरतने की सलाह दी, जब उनसे मत्स्य पालन मंत्री नितेश राणे की टिप्पणी के बारे में पूछा गया, जिसमें उन्होंने कहा था कि मुस्लिम छत्रपति शिवाजी महाराज की सेना का हिस्सा नहीं थे. पवार ने कहा कि मराठा इतिहास पर गहन शोध करने वाले इतिहासकारों ने दिखाया है कि मुस्लिम समुदाय के सदस्य वास्तव में शिवाजी महाराज की सेना का हिस्सा थे. उन्होंने बुधवार को कराड में महाराष्ट्र के पहले मुख्यमंत्री यशवंतराव चव्हाण की 112वीं जयंती पर उनके स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद ये टिप्पणियां कीं.
राणे की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर पवार ने कहा, "चाहे सत्ता पक्ष हो या विपक्ष, नेताओं को ऐसे बयान देने से बचना चाहिए जिससे कानून-व्यवस्था की स्थिति पैदा हो. हमारे देश में कई मुसलमान देशभक्त हैं. इतिहासकारों ने गहन शोध के बाद साबित किया है कि मुसलमान वास्तव में छत्रपति शिवाजी महाराज की सेना का हिस्सा थे. शिवाजी महाराज के गोला-बारूद विभाग का प्रभारी कौन था? वह एक मुसलमान था. ऐसे कई उदाहरण दिए जा सकते हैं. राणे ने यह बयान क्यों दिया और उसका उद्देश्य क्या था, मुझे नहीं पता. भारत के मुसलमान देशभक्त हैं."
बता दें कि औरंगजेब को लेकर महाराष्ट्र सहित देशभर में इन दिनों विवाद देखने को मिल रहा है. हाल ही में बसपा नेता अबू आजमी की टिप्पणी के बाद देशभर में प्रदर्शन हुए थे. अबू आजमी को महाराष्ट्र विधानसभा से पूरे सत्र के लिए निलंबित भी कर दिया गया था. उन महाराष्ट्र में FIR भी दर्ज की गई थी. हालांकि अदालत ने 50 हजार के मुचलके पर उन्हें जमानत दे दी थी.