छत्तीसगढ़: दुर्ग से इंसानियत को झकझोर देने वाली ख़बर सामने आई है, जहां 6 अप्रैल को रामनवमी के दिन एक बच्ची कन्याभोज के लिए गई थी, जहां उसके चाचा ने ऊपर वाले कमरे में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया, उसके प्राइवेट पार्ट को सिगरेट से दागा, कहा ये तक जा रहा है कि वो हवस में इतना अंधा हो चुका था कि उसने छोटी सी बच्ची को इलेक्ट्रिक शॉक भी लगाए. किसी को शक न हो इससे बचने के लिए बच्ची की बॉडी को कार की डिग्गी में छिपा दिया. जब घरवालों ने उसकी तलाश शुरू की तो पूरा मामला खुला, पुलिस ने आरोपी चाचा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, लेकिन बच्ची के पिता का कहना है आरोपी मेरा भाई नहीं बल्कि कोई और है.
आरोपी कार ड्राइवर है
बच्ची के पिता का कहना है मैं मान ही नहीं सकता हूं कि मेरे भाई ने ये किया है, बचपन से मैंने उसके लिए सबकुछ किया है, उसका व्यवहार भी हमेशा बढ़िया रहा है, आरोपी कार ड्राइवर हो सकता है. बच्ची की मां का कहना है चाचा हो चाहे कोई और आरोपी को फांसी मिलना चाहिए, बच्ची के शरीर पर हर जगह चोट के निशान थे.
क्या दबाव में काम कर रही पुलिस
कांग्रेस विधायक संगीता सिन्हा का कहना है कि पुलिस दबाव में काम न करे, इस मामले में निष्पक्ष कार्रवाई करे. दुर्ग के एसपी जितेन्द्र शुक्ला का कहना है अब तक की जांच में पता चला है कि किसी को खुश करने के लिए नहीं बल्कि बच्ची को न्याय दिलाने के लिए काम कर रहे हैं. स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर गुस्सा इतना है कि एक पड़ोसी ने ये तक कहा कि मुझे रिवॉल्वर दो मैं उसे गोली मारूंगी, आरोपी बचना नहीं चाहिए. चाहे मुझे फांसी ही क्यों न हो जाए.