स्थानीय रामपुर में दो पिस्टल के साथ धाराएं अपराधी जानू उर्फ ऋषिकेश सिंह से गहन पूछताछ के बाद इस बात की पुष्टि हुई है कि रानीगंज स्थित पेट्रोल पंप में लूटने का प्रयास करने के बाद भागने के दौरान उक्त अपराधी को गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में गिरफ्तार जानू ने कई सनसनीखेज खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि वह नरपतगंज पिठौरा के लालू सिंह उर्फ चिंकी सिंह ,सुमित सिंह, तथा मनीष सिंह उर्फ रूपेश सिंह के साथ मंगलवार के सवेरे रानीगंज में पेट्रोल पंप लूटने का प्रयास किया था। मगर पिस्टल में गोली फस जाने के कारण वे लोग वहां से भाग निकले । इस दौरान जब यह अपराधी स्थानीय रामपुर के पास 17 नंबर रोड पकड़ कर अपने गांव भागने का प्रयास कर रहे थे उसी समय स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस गई और एक अपराधी को दो पिस्टल के साथ गिरफ्तार कर लिया जबकि अन्य तीन अपराधी भागने में सफल रहे। खास बात यह कि गिरफ्तार अपराधी पूर्व में रानीगंज सहित मधेपुरा के कुमारखंड से एटीएम बदलकर साइबर क्राइम मामले में कई बार जेल जा चुका है । इनका पूरा गिरोह ही एटीएम बदलकर साइबर क्राइम का धंधा करता है और समय आने पर लूट और डकैती आदि की घटना को अंजाम देता है ।
मामले की पुष्टि करते हुए डीएसपी रामपुकार सिंह ने बताया कि रामपुर में स्थानीय लोगों के सूचना पर कि कुछ अपराधी हथियार के साथ घूम रहे हैं, उसके बाद फारबिसगंज थाना अध्यक्ष एनके यादवेंदु के नेतृत्व में टीम ने जाकर स्थानीय लोगों के सहयोग से जानू नाम के अपराधी को गिरफ्तार किया जिसके पास से दो पिस्टल, एक मोबाइल, एक सोनानुमा चैन, ब्रेसलेट और एटीएम कार्ड बरामद किया गया। डीएसपी ने कहा कि यह सभी अपराधी एटीएम गिरोह से जुड़े हुए हैं और कुछ दिन पूर्व ही जेल से छूटकर आए हैं । डीएसपी ने कहा कि रानीगंज में पेट्रोल पंप लूटने के प्रयास करने के दौरान इसी पिस्टल का उपयोग हुआ था और गोली चली थी। सीसीटीवी से तमाम बिंदुओं का मिलान किया गया और फायरिंग आदि की पुष्टि भी हुई । यह भी बताया कि इस घटना में दो बाइक का इस्तेमाल किया गया था जिसमें एक पल्सर मनी सिंह का था जबकि दूसरा अपाची बाइक सुमित कुमार का बताया जाता है। थाना अध्यक्ष एनके यादवेन्दु ने कहा कि गिरफ्तार अपराधी को न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है।