जम्मू कश्मीर में विपक्षी दलों और कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पर उनके 'मोहब्बत की दुकान' के नारे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने हमला किया है. उन्होंने कहा कि नफ़रत की दुकान चलाने वाले लोग मोहब्बत की दुकान के बोर्ड के पीछे छिपे हुए हैं. जम्मू और कश्मीर के डोडा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए, PM मोदी ने कांग्रेस पार्टी (Congress), नेशनल कॉन्फ्रेंस (National Conference) और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (People's Democratic Party) पर हमला किया और कहा कि अगर उनके चुनावी वादे लागू हो गए, तो पूर्ववर्ती राज्य उन दिनों में वापस चला जाएगा जब स्कूलों में आग लगा दी जाती थी और पत्थरबाजी एक दैनिक घटना थी.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस, पीडीपी और एनसी अनुच्छेद 370 को बहाल करना चाहते हैं. इसका मतलब यह होगा कि तीनों परिवार एक बार फिर पहाड़ी लोगों का आरक्षण छीन लेंगे. अगर उनके घोषणापत्र लागू किए गए, तो एक बार फिर स्कूल जलाए जाएंगे, बच्चों के हाथों में पत्थर होंगे और हड़तालें होंगी. वे संविधान की बात करते हैं. ये नफरत की दुकान पर मोहब्बत की दुकान का बोर्ड लगाकर घूमते हैं.
संविधान को जेब में रखने के लिए विपक्ष पर निशाना साधते हुए PM मोदी ने कहा कि वे अपने "कुकर्मों" को छिपाने के लिए ऐसा कर रहे हैं. उन्होंने पूर्ववर्ती राज्य में पहाड़ी, एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों को आरक्षण से वंचित करने के लिए विपक्ष की भी आलोचना की. PM मोदी ने कहा कि आजकल वे (विपक्ष) संविधान की किताब जेब में रखते हैं. वे ऐसा क्यों कर रहे हैं? वे अपने कुकर्मों को छिपाने के लिए ऐसा कर रहे हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की हालिया टिप्पणियों को लेकर PM मोदी ने कहा कि कांग्रेस की सोच और नीयत क्या है? यह उसके अध्यक्ष के शब्दों से भी स्पष्ट हो जाता है. वे यहां आते हैं और कहते हैं...अगर हमें 20 सीटें और मिलतीं, तो मोदी सहित सभी भाजपा नेता जेल में होते. क्या यही उनका एजेंडा है? PM मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर का कोई भी निवासी, चाहे उसका धर्म, क्षेत्र या सांस्कृतिक जुड़ाव कुछ भी हो, भाजपा सरकार के लिए प्राथमिकता है. मैं आपके अधिकारों की रक्षा की गारंटी देता हूं और केवल भाजपा ही जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा दिला सकती है.