नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव से कुछ हफ्ते पहले, चुनावी प्रचार तेज हो गया है. शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नीतीश कुमार को बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन का मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित किया. उन्होंने कहा कि नीतीश के नेतृत्व में एनडीए पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ेगा. यह बयान तब आया जब आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने दावा किया कि बीजेपी नीतीश कुमार को दोबारा मुख्यमंत्री नहीं बनाएगी.
यह पहली बार है जब पीएम मोदी ने जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार को एनडीए का मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित किया है, ठीक एक दिन पहले विपक्षी महागठबंधन ने तेजस्वी यादव को अपना मुख्यमंत्री उम्मीदवार चुना. बिहार में अपनी पहली चुनावी रैली में पीएम मोदी ने नीतीश कुमार की तारीफ की, जो लगातार पांचवां कार्यकाल हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं.
उन्होंने कहा, "नीतीश 2005 में सत्ता में आए, लेकिन केंद्र में कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने उनके पहले 10 साल के कार्यकाल में बाधाएं डालीं, क्योंकि आरजेडी लगातार समर्थन वापसी की धमकी देता था." मोदी ने कहा, "इस बार नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए अपने सारे पुराने रिकॉर्ड तोड़ेगा और बिहार एनडीए को अब तक का सबसे बड़ा जनादेश देगा."
उन्होंने लोगों से मोबाइल की टॉर्च जलाने को कहा और आरजेडी पर तंज कसते हुए कहा, "जब सबके पास आधुनिक गैजेट्स हैं, तो लालटेन की जरूरत नहीं." लालटेन आरजेडी का चुनाव चिह्न है.सहरसा में रैली के दौरान तेजस्वी यादव ने कहा कि अगर एनडीए दोबारा सत्ता में आई, तो नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री नहीं बनाया जाएगा.
उन्होंने कहा, "हमें नहीं पता कि एनडीए का मुख्यमंत्री उम्मीदवार कौन है. गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी नीतीश को फिर से मुख्यमंत्री नहीं बनाना चाहते. यह उनके साथ अन्याय है." पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी ने यह भी कहा कि बिहार में एनडीए के 20 साल और केंद्र में 11 साल के शासन के बावजूद, "बिहार का प्रति व्यक्ति आय देश में सबसे कम है, और किसान-मजदूर बदहाल हैं."
उन्होंने लोगों से कहा, "मुझे एक मौका दें. एनडीए जो 20 साल में नहीं कर पाई, मैं 20 महीने में कर दिखाऊंगा." बिहार की 243 सीटों वाली विधानसभा के लिए दो चरणों में 6 और 11 नवंबर को वोटिंग होगी, और नतीजे 14 नवंबर को आएंगे.