नई दिल्ली: इंदरगंज थाने की टीम ने एक अपराधी को उत्तर प्रदेश के मथुरा-वृंदावन से हिरासत में ले लिया है. यह आरोपी, जो पीड़ित महिला का दूर का रिश्तेदार है, संतों के बीच साधु का भेष धारण कर छिपा हुआ था. सूत्रों की जानकारी पर अमल करते हुए पुलिस ने उसे इस्कॉन मंदिर के आसपास से काबू किया. अब पूछताछ में वह अपने कृत्यों को मान चुका है और ग्वालियर लाया जा चुका है, जहां आगे की कानूनी प्रक्रिया चल रही है.
सबसे पहले 29 अगस्त को दतिया जिले के भांडेर निवासी एक महिला (नाम गोपनीय) ने थाने में अपनी व्यथा बयां की. आरोपी अर्जुन राजपूत, जो उसकी बुआ का बेटा है, ने नौकरी का लालच देकर उसे ग्वालियर बुलाया. वहां शिंदे की छावनी स्थित होटल सिटी प्लाजा के एक कमरे में ले जाकर उसने अनचाही हरकत की कोशिश की. महिला के इनकार पर आरोपी ने बलपूर्वक उसके साथ गंदी हरकत कर आपत्तिजनक वीडियो बना लिया.
बाद में, आरोपी ने महिला को फोन पर बार-बार ब्लैकमेल किया कि अगर वह राजी न हुई तो सबको वीडियो भेज देगा. 3 सितंबर को, जब महिला ने फिर मना किया, तो अर्जुन ने न सिर्फ उसके पति और अन्य परिजनों को वह क्लिप भेज दी, बल्कि अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर भी अपलोड कर दी. इससे महिला का सामाजिक सम्मान दांव पर लग गया. शिकायत मिलते ही पुलिस ने धारा 376, 506 और आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज कर छापेमारी शुरू की.
तहकीकात के दौरान मुखबिरों का जाल फैलाया गया. खुफिया इनपुट से पता चला कि आरोपी मथुरा के वृंदावन में धार्मिक स्थलों पर साधु बने घूम रहा है. एक विशेष टीम तुरंत रवाना हुई और मुखबिर के हुलिए के आधार पर संदिग्ध को पकड़ा. पूछगुच पर उसने अपना नाम अर्जुन सिंह राजपूत बताया और अपराध कबूल कर लिया. पुलिस का कहना है कि मामले की गहन जांच जारी है, ताकि कोई और पहलू सामने न आए.