तीन नए आपराधिक कानून लागू होने को लेकर प्रियंका चतुर्वेदी ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर किया तीखा प्रहार किया है. दिल्ली में लोकसभा नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी सहित विपक्षी सांसदों ने केंद्रीय एजेंसियों के कथित दुरुपयोग के खिलाफ संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान नेता शिवसेना (यूबीटी) की नेता प्रियंका चतुवेर्दी ने कहा कि जो वो कह रहे हैं, उनका जो कहना है वो सही है. क्योंकि जिस तरीके से ये पार्लियामेंट्री स्टैनडिंग कमेटी में आया था उनका जो प्रोसेस था उसमें उनके सदस्य ने कमियां जताई थी जिसके बाद भी उसमे कोई बदलाव नहीं किया गया.
वहीं कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा कि आज से जो 3 फौजदारी के नए कानून लागू किए गए हैं, इससे देश में पुलिस राज्य की स्थापना होगी. आज से 2 फौजदारी के कानून देश में होंगे. देश की जो न्याय पालिका है उसमें तकरीबन 3.4 करोड़ मामले अभी भी लंबित हैं, जिसमें अधिकतर फौजदारी के ही केसे हैं. इस नए कानुन से एक बहुत बड़ा संकट आने वाला है.
बता दें कि आज से देश में आईपीसी, सीआरपीसी और भारतीय साक्ष्य अधिनियम की जगह तीन नए कानूनों को लागू किया गया है. अब इन कानूनों की जगह भारतीय न्याय संहिता (BNS), भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) और भारतीय साक्ष्य अधिनियम लागू किए गए हैं.
इस विधेयक को राज्यसभा में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पेश किया था, जिसके बाद इसे ध्वनिमत से पास कर दिया गया था. इस दौरान संसद में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि इन कानूनों का मकसद दंड नहीं न्याय देना है. वहीं राज्यसभा से पास होने के बाद 25 दिसंबर 2023 को इस विधेयक को राष्ट्रपति ने मंजूरी दे दी थी और राष्ट्रपति के मंजूरी के बाद ये विधेयक कानून बन गए थे, लेकिन इनके प्रभावी होने की तारीख 1 जुलाई 24 रखी गई थी.
AAP नेता राघव चड्ढा ने की समीक्षा की मांग
विरोध प्रदर्शन के दौरान आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्डा ने कहा कि आम आदमी पार्टी का शुरु से ही रहा है कि पहले उसका समीक्षा होना चाहिए. आगे उन्होंने कहा कि ऐसे आनन-फानन में कानून का बदलाव नहीं होना चाहिए.