नई दिल्ली: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान शनिवार को अमेरिका से वापस भेजे गए भारतीयों के दूसरे जत्थे को रिसीव करने अमृतसर के गुरु रामदास जी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचे. यहां 119 निर्वासित भारतीयों को लेकर विमान के पहुंचने की उम्मीद है. हवाई अड्डे पर पहुंचने के बाद सीएम मान ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा और सवाल किया कि पवित्र शहर अमृतसर को ‘बदनाम’ करने के बाद भगवा पार्टी 2027 के विधानसभा चुनावों में पंजाब के लोगों का सामना कैसे करेगी.
मुख्यमंत्री मान ने कहा कि क्या किसी को वेटिकन सिटी में निर्वासन के उद्देश्य से विमान उतारने की अनुमति दी जाएगी? अमृतसर एक पवित्र शहर है. सीएम मान ने आरोप लगाया कि भाजपा जानबूझकर ऐसे विमानों को यहां उतरने की अनुमति देकर अमृतसर को बदनाम कर रही है. सीएम ने कहा कि राज्य सरकार निर्वासित पंजाबियों को उनकी क्षमता के अनुसार अवसर प्रदान करेगी. वे हमारे लोग हैं. हम उन्हें हर संभव मदद देंगे. उन्होंने उल्लेख किया कि विदेश मंत्रालय ने उन्हें सूचित किया है कि विमान रात 10 बजे तक अमृतसर हवाई अड्डे पर उतरेगा. इस बार, उड़ान टर्मिनल पर नहीं जाएगी.
मुख्यमंत्री मान ने कहा कि निर्वासित व्यक्तियों को लेने के लिए उनके परिवार के कुछ सदस्य आए होंगे. सीएम ने कहा कि निर्वासित व्यक्तियों के लिए पंजाब सरकार के वाहन भी तैनात किए गए हैं. उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों के निर्वासित व्यक्तियों के लिए भी आवास और भोजन की व्यवस्था की गई है.
मुख्यमंत्री मान ने कहा कि यहां (अमृतसर में) रोजाना करीब 100000 लोग सामुदायिक भोजन (लंगर) में हिस्सा लेते हैं और किसी को भी भूखा नहीं रहना चाहिए. केंद्र सरकार पर कटाक्ष करते हुए सीएम ने कहा कि अगर अमेरिका से निर्वासित व्यक्तियों को लेकर आने वाली उड़ानें दिल्ली में नहीं उतर सकती हैं तो केंद्र सरकार को ईंधन बचाने के लिए अमृतसर से अमेरिका और कनाडा के लिए सीधी उड़ानें शुरू करने पर विचार करना चाहिए. मान ने कहा कि अगर भारत निर्वासित व्यक्तियों को वापस लाने के लिए अपना विमान भेज देता तो उनके साथ सम्मानजनक व्यवहार किया जा सकता था.